हफ्ते में आठ बार शराब पीने से टाइप 2 डायबिटीज के वयस्क पीड़ितों में हाइपरटेंशन (हाई ब्लड प्रेशर) का खतरा बढ़ सकता है। अमेरिकन हर्ट एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित की जाने वाली मेडिकल पत्रिका 'जर्नल ऑफ अमेरिकन हर्ट एसोसिएशन' ने इस जानकारी को इसके अध्ययन के साथ प्रकाशित किया है। बताया जा रहा है कि टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित मरीजों में अल्कोहल के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ने के संबंध की जांच करने वाला यह अपनी तरह का पहला बड़ा अध्ययन है। इससे जुड़े शोधकर्ता और वेक फॉरेस्ट यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के प्रोफेसर मैथ्यू जे सिंगलटोन ने बताया, 'इससे पहले भी अन्य अध्ययनों में शराब के ज्यादा सेवन को हाई ब्लड प्रेशर से जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन उनसे संयमित अल्कोहल सेवन से हाइपरटेंशन होने के संबंध का स्पष्ट रूप पता नहीं चल पाया था।'

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  1. बढ़ता है हृदय रोग का खतरा
  2. शराब पीने से बढ़ता है बीपी का लेवल
  3. सारांश

ब्लड प्रेशर और अल्कोहल कंजम्पशन के संबंध की जांच करने के लिए शोधकर्ताओं ने टाइप 2 डायबिटीज के दस हजार से ज्यादा वयस्क मरीजों का विश्लेषण किया। इनकी औसत आयु 63 वर्ष थी, जिनमें ज्यादातर (61 प्रतिशत) पुरुष थे। इन लोगों को अध्ययन से जुड़े बड़े ट्रायल में बतौर प्रतिभागी शामिल किया गया। बताया गया है कि ये सभी औसतन दस वर्षों से टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित थे, जिसके चलते उनमें हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ गया था।

परीक्षण के लिए अल्कोहल की मात्रा को अलग-अलग श्रेणी में रखा गया। कुछ मरीजों को बिलकुल भी शराब नहीं दी गई। कुछ को हल्की मात्रा (एक से सात ड्रिंग प्रति हफ्ता) में अल्कोहल पिलाई गई। सामान्य मात्रा के तहत आठ से 14 ड्रिंक हर हफ्ते के लिए निर्धारित किए गए। वहीं, हेवी ड्रिंकिंग के लिए 15 या उससे ज्यादा ड्रिंक हर हफ्ते दिए गए। इन्हें पीने वाले प्रतिभागी डायबिटीज मरीजों को अपनी हेल्थ से जुड़ी रिपोर्ट खुद ही देनी थी। इसके लिए उन्हें अध्ययनकर्ताओं ने प्रश्नावली मुहैया कराई थी। इसके अलावा, उनमें ब्लड प्रेशर का मापन इस प्रकार रखा गया-

  • सामान्य बीपी: (120/80 एमएम एचजी से नीचे)
  • एलिवेटिड बीपी: (120-129/<80 एमएम एचजी)
  • स्टेज 1 हाई ब्लड प्रेशर: (130-139/80-89 एमएम एचजी)
  • स्टेज 2 हाई ब्लड प्रेशर (140 एमएम एचजी/90 एमएम एचजी या उससे ज्यादा)

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अध्ययन के समय ज्यादातर प्रतिभागी पहले से ब्लड प्रेशर से जुड़ी दवाएं ले रहे थे। ऐसे में अध्ययन में सामने आए परिणामों को उन दवाओं के मरीजों पर पड़े प्रभावों के हिसाब से एडजस्ट कर दिया गया। फिर विश्लेषण के दौरान जो तथ्य सामने आए, वे इस प्रकार हैं-

  • कम शराब के सेवन का ब्लड प्रेशर की किसी भी बढ़ी स्टेज से कोई संबंध नहीं था
  • सामान्य या मध्यम स्तर की ड्रिंकिंग से एलिवेटिड ब्लड प्रेशर का अनुपात 79 प्रतिशत तक बढ़ा; स्टेज 1 हाई ब्लड प्रेशर का अनुपात 66 प्रतिशत और स्टेज 2 हाई बीपी का अनुपात 62 फीसदी तक बढ़ा
  • ज्यादा शराब पीने से एलिवेटिड बीपी में 91 प्रतिशत तक की आनुपातिक वृद्धि हुई; स्टेज 1 हाई बीपी 149 प्रतिशत अनुपात में बढ़ा और स्टेज 2 हाई बीपी 204 प्रतिशत के अनुपात में बढ़ गया
  • इसके अलावा, यह भी साफ हुआ कि जितनी ज्यादा अल्कोहल का सेवन किया जाएगा, बीपी का प्रेशर भी उतनी तीव्रता से बढ़ने का खतरा बढ़ता रहेगा

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इन तथ्यों पर बात करते हुए प्रोफेसर सिंगलटन ने कहा, 'टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में हृदयवाहिनी संबंधी खतरा ज्यादा होता है। हमारे परिणाम यह संकेत देते हैं कि अल्कोहल के उपभोग से हाइपरटेंशन बढ़ने का संबंध है।' ऐसे में शोधकर्ताओं ने टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को ड्रिंक करने को लेकर समझदारी बरतने की सलाह दी है।

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