कोविड-19 के बढ़ते विश्वव्यापी खतरे को देखते हुए विशेषज्ञों ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की है। सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब कुछ वक्त के लिए खुद को बाहरी दुनिया से अलग कर लेना है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा करने से कोविड-19 महामारी की बढ़ती श्रंखला को तोड़ा जा सकता है। इस दौरान हाथ मिलाने या एक-दूसरे को छूने से भी मना किया गया है। शारीरिक संपर्क के दौरान वायरस का एक व्यक्ति से दूसरे में पहुंचने का खतरा सबसे अधिक रहता है।

महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी सरकारों ने अपील की है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घरों के भीतर रहें, जितना संभव हो लोगों से दूरी बनाकर रखें। राशन या दवाइयों जैसी अति आवश्यक चीजों को लेने के लिए ही घर से बाहर निकलें। डॉक्टरों का मानना है कि इस दौरान लोगों से जाकर मिलने के बजाय तकनीक के माध्यम से एक-दूसरे के संपर्क में रहना बेहतर होगा।

क्यों जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग

यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल रो ग्रीन सेंटर फॉर ट्रैवल मेडिसिन एंड ग्लोबल हेल्थ के निदेशक के मुताबिक संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने के माध्यम से इस बीमारी का वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर इस बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है। चूंकि, संक्रमित व्यक्ति में कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं ऐसे में यही एक तरीका है जो इस महामारी को फैलने से रोक सकता है। हां, जब अति आवश्यक काम के लिए आपको बाहर जाना हो तो दूसरे व्यक्तियों से कम से कम छह फुट की दूरी बनाकर रखें।

कैसे करें सोशल डिस्टेंसिंग

कोविड-19 बीमारी से सबसे ज्यादा खतरा 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को है। ऐसे लोगों की अधिक देखभाल और इन्हें घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। इतना ही नहीं अगर कोई युवा भी अस्वस्थ है तो उसे अन्य लोगों से दूर रहने को कहा गया है। लोगों से दूरी बनाकर आप बीमारी के फैलने के खतरे को कम कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिग को अपनाकर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए निम्न बिंदुओ पर अमल करने की जरूरत है।

  1. दफ्तर जाने से बेहतर है अपने घर पर रहकर काम करें। हां अगर यह संभव नहीं है तो समय-समय पर हाथों को धोते रहें, अपनी नाक और मुंह को छूने से बचें और नियमित रूप से उस स्थान को साफ और कीटाणुरहित रखें जहां आप काम कर रहे हों।
  2. बच्चों को स्कूल या किसी अन्य काम से घर से बाहर न जाने दें। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ज्यादातर स्कूलों को बंद कर दिया गया है। बच्चों को खेलने के लिए बाहर न भेजें। घर पर ही बच्चों के खेलने की इंतजाम करें।
  3. बीमार व्यक्तियों से दूर रहें। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं जो बीमार है, तो मास्क पहनना और हाथ की सफाई करना न भूलें।
  4. हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें। अभिवादन के लिए नमस्ते करें और दूर से ही बात करें।
  5. बार, रेस्टोरेंट और फूड कोर्ट में कुछ भी खाने से बचें। घर का बना भोजन ही करें। अधिक आवश्यकता की स्थिति में पिकअप या फूड डिलीवरी सेवा का प्रयोग करें।
  6. ऑफिस या किस अन्य मीटिंग में कुछ दिनों तक शामिल होने से बचें। ऐसे में सोशल मीडिया जैसी तकनीक का प्रयोग करके लोगो से संपर्क में बने रह सकते हैं।
  7. दैनिक आवश्यकता के सामान जैसे खाद्य पदार्थ और दवाइयों के अलावा कुछ दिनों के लिए अन्य वस्तुओं की खरीददारी न करें। दुकान या शॉपिंग सेंटर में जाते वक्त मास्क का प्रयोग करें। हाथों को सेनेटाइज करते रहें।
  8. जब तक आवश्यक न हो, अस्पताल और नर्सिंग होम जैसे भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
  9. विशेषज्ञों के मुताबिक उपरोक्त बिंदुओं को कुछ दिनों से प्रयोग में लाकर कोविड-19 के प्रसार को कम किया जा सकता है।
  10. अगर आपमें खांसी, छींक, नाक बहना और बुखार के लक्षण भी हैं तो परिवार के सदस्यों से उचित दूरी बनाकर रखें। जब तक आप दोबारा स्वस्थ महसूस न करें तब तक खुद को अलग ही रखें।
  1. क्या है सोशल डिस्टेंसिंग? 10 बिंदुओं में जानें कैसे रहें स्वस्थ के डॉक्टर

Dr Rahul Gam

संक्रामक रोग
8 वर्षों का अनुभव

Dr. Arun R

संक्रामक रोग
5 वर्षों का अनुभव

Dr. Neha Gupta

संक्रामक रोग
16 वर्षों का अनुभव

Dr. Anupama Kumar

संक्रामक रोग

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें