नया कोरोना वायरस, सार्स सीओवी-2 उस परिवार का हिस्सा है जो संक्रमित व्यक्ति के रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन पथ को प्रभावित करता है। इसका पहला मामला दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आया था और उसके बाद से यह बड़ी तेजी से दुनियाभर के देशों में फैल चुका है। 11 फरवरी 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया था। उसके बाद से दुनियाभर के 195 देशों और प्रदेशों में यह फैल चुका है। भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़कर 853 हो चुकी है। इसमें 775 एक्टिव मामले हैं, जबकी 73 लोग पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो चुके हैं वहीं 19 लोगों की जान भी जा चुकी है।

कोविड-19 इंफेक्शन को और फैलने से रोकने के मकसद से ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च 2020 से देशभर में 21 दिनों के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन की घोषणा कर दी। लोगों से घर से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। साथ ही वैसे लोग जो हाल ही में विदेश यात्रा से लौटकर आए हैं उनसे भी दूसरे लोगों में संक्रमण न फैले इसलिए उन्हें 14 दिनों तक सेल्फ-क्वारंटाइन यानी पूरी तरह से अलग रहने दी हिदायत दी जा रही है। इस लेख के जरिए हम आपको यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर कोविड-19 का संक्रमण फैलता कैसे है और ऐसी कौन सी सबसे ज्यादा छुई जाने वाली सतहें हैं जो वायरस के फैलने का माध्यम बन सकती हैं।

  1. कैसे फैलता है कोविड-19 संक्रमण?
  2. वे सतहें जिन्हें हम सबसे ज्यादा छूते हैं और फोमिटीज क्या हैं?
  3. सबसे ज्यादा छुई जाने वाली सतहें और फोमिटीज को साफ करने के लिए क्या करें?
  4. आखिर कैसे फैलता है कोविड-19, यहां जानें पूरी डीटेल के डॉक्टर

कोविड-19 बेहद संक्रामक इंफेक्शन है और यह कई तरह से फैलता है -

1. संक्रमित इंसान के संपर्क में आने पर

कोविड-19 का संक्रमण संक्रमित इंसान के सीधे संपर्क से फैलता है। इसका मतलब है कि अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति कोविड-19 इंफेक्शन से पीड़ित मरीज के सीधे संपर्क में आता है तो वह स्वस्थ व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो वह वातावरण में आसपास मौजूद हवा को दूषित कर देता है। ऐसे में अगर यह दूषित हवा के कण को कोई स्वस्थ व्यक्ति नाक, मुंह या आंख के जरिए शरीर के अंदर ले, तो हवा में मौजूद वायरस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में पहुंचकर उसे भी संक्रमित कर देते हैं।

2. दूषित सतहों के माध्यम से फैलता है संक्रमण

कोविड-19 का संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के नजदीक आए बिना या फिर सीधे संपर्क में आए बिना भी फैल सकता है। अगर कोविड-19 इंफेक्शन से संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है तो हवा के साथ-साथ आसपास मौजूद चीजों और सतहों पर भी वायरस वाली छोटी-छोटी बूंदें गिर जाती हैं। ऐसे में अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति जाने-अनजाने इन सतहों को छूता है तो वह वायरस स्वस्थ व्यक्ति के हाथों में चिपक जाता है। इसके बाद हाथों को धोए बिना अगर वह व्यक्ति अपनी आंख, नाक या मुंह पर हाथ लगाता है तो वह वायरस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में जाकर उसे भी बीमार बना देता है।

3. सामुदायिक स्तर पर फैलना

अगर किसी समाज या समुदाय में कोई व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित है, लेकिन उसकी न तो कोई ट्रैवल हिस्ट्री है और ना ही वह यात्रा करने वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में आया तो इसका मतलब है कि उसे यह पता ही नहीं है कि उसे यह संक्रमण कब और कैसे हुआ। ऐसे में यह वायरस बड़ी तेजी से पूरी कम्यूनिटी यानी समुदाय में फैल सकता है। इसे ही कम्यूनिटी ट्रांसमिशन यानी सामुदायिक स्तर पर इंफेक्शन फैलना कहते हैं।

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बीमारी के दौरान या बीमारी के बाद वायरस, शरीर से निकलने वाले कई तरह के स्त्राव जैसे- खून, मल-मूत्र, थूक और नाक से निकलने वाले पानी में मौजूद रहते हैं। कोविड-19 के मामले में खांसने और छींकने के दौरान नाक और मुंह से निकलने वाली बूंदों के जरिए वायरस का ट्रांसमिशन होता है। इस बारे में वैज्ञानिक पूरी तरह से आश्वस्त तो नहीं हैं, लेकिन यह माना जा रहा है कि कोविड-19 का वायरस निर्जीव चीजों और सतहों पर कई घंटों और कई-कई दिनों तक जीवित रह सकता है।

स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अनुभवी कर्मचारी और अधिकारी लोगों को यही सलाह दे रहे हैं कि वे अपने आसपास मौजूद सभी चीजों और सतहों को अच्छी तरह से साफ और कीटाणुमुक्त रखें। ऐसा करना जरूरी है वरना वे सतहें और चीजें, वायरस के संवाहक यानी कैरियर बनने का काम कर सकती हैं। जिन सतहों को हम अपने हाथों से सबसे ज्यादा बार छूते हैं वे हैं -

  • दरवाजे का हैंडल और कुंडी
  • बिजली के स्विच
  • फोन या मोबाइल
  • रिमोट कंट्रोल
  • सिंक, नल, शावर आदि
  • लिफ्ट का बटन
  • टेबल टॉप या टेबल की ऊपर वाली सतह
  • अलमारी का दरवाजा और हैंडल
  • लैपटॉप का कीबोर्ड
  • बच्चों के खिलौने

अब आपके मन में यह सवाल होगा कि आखिर फोमिटीज क्या है? तो फोमिटीज वैसी बेजान वस्तुएं हैं जो आसानी से संक्रमित हो जाती हैं और फिर ये संक्रमण के फैलने में वाहक का काम करती हैं। यह अप्रत्यक्ष रूप से स्वस्थ व्यक्ति तक संक्रमण को पहुंचाती हैं। फोमिटीज तब संक्रमित हो जाते हैं जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, अपने संक्रमित हाथों से इन चीजों को छूता है या उसके शरीर से निकलने वाले बॉडी फ्लूइड की संपर्क में ये चीजें आती हैं। आपका कंबल, बच्चों के सॉफ्ट टॉयज, खाने की प्लेट और कटोरियां, बाथरूम में इस्तेमाल होने वाली बाल्टी और मग, कपड़े सुखाते वक्त इस्तेमाल होने वाली क्लिप आदि फोमिटीज के उदाहरण हैं।

कोविड-19 इंफेक्शन से बचने के लिए लोगों को यह सलाह दी जा रही है कि वे अपने आसपास मौजूद चीजों और सतहों को साफ और कीटाणुमुक्त रखें। कई स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि अगर फोमिटीज और सबसे ज्यादा छुई जाने वाली सतहों को साफ और कीटाणुमुक्त रखा जाए तो इससे वायरल बीमारियों को फैलने से रोका जा सकता है। हम आपको बता रहे हैं कि आखिर कैसे आप सतहों और फोमिटीज को साफ व कीटाणुमुक्त बना सकते हैं -

  • घर में मौजूद वैसी सतह जिन्हें सबसे ज्यादा छुआ जाता है, को साफ करने के लिए गर्म पानी में साबुन, डिटर्जेंट या कीटाणुनाशक (डिसइंफेक्टेंट) मिलाएं और फिर कोई कपड़ा या डिस्पोजेबल तौलिए को पानी में डुबोकर सतहों की अच्छे से सफाई करें। आप चाहें तो सफाई के दौरान ग्लव्स भी पहन सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि सफाई के दौरान सतहों से धूल, गंदगी और मिट्टी पूरी तरह से साफ हो जाए।
  • अगर संभव हो तो सफाई के लिए वैसे कपड़े या तौलिए का इस्तेमाल करें जिसे आप इस्तेमाल के बाद फेंक पाएं। अगर आप दोबारा इस्तेमाल किए जाने वाला कपड़ा यूज कर रहे हैं तो सफाई करने के बाद उस कपड़े को अच्छी तरह से गर्म पानी में डालकर रगड़ कर साफ कर लें।
  • घर के बाहर निकलते वक्त आपने जिन कपड़ों को पहना होगा, उन्हें बिना धोए अलमारी में वापस न रखें। इन कपड़ों को अलग से धोएं और इसमें डिटर्जेंट के साथ कीटाणुनाशक भी डालें।
  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे- रिमोट, लैपटॉप का कीबोर्ड, बिजली के स्विच, मोबाइल फोन आदि को साफ करने के लिए आप चाहें तो बाजार में मिलने वाले कीटाणुनाशक वाइप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उपकरणों को साफ करने के लिए एक ही वाइप्स का बार-बार इस्तेमाल न करें।

अपने बच्चों को वायरल इंफेक्शन से बचाने के लिए बेहद जरूरी है कि आप उनके खिलौनों को बार-बार साफ और कीटाणुमुक्त करते रहें। बच्चों के खिलौनों को साफ करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें -

  • अगर आपका बच्चा किसी खिलौने को मुंह में लेता है तो बेहद जरूरी है कि आप उस खिलौने को उबले हुए पानी में डालकर कीटाणुमुक्त बनाएं या फिर खिलौने की सतह को साफ करने के लिए उसे एयर-ड्राई भी कर सकते हैं।
  • वैसे खिलौने जिन्हें आप पानी में भिगोकर साफ कर सकते हैं उन्हें धोने के लिए बड़े से सिंक या टब में गर्म पानी लें और उसमें कीटाणुनाशक डालकर खिलौनों को कम से कम 5 मिनट के लिए भिगो दें। खिलौने को अच्छी तरह से रगड़ें ताकि खिलौने की सतह से सारी धूल और गंदगी साफ हो जाए। इसके बाद खिलौनों को धूप में सुखाएं या फिर ड्रायर का इस्तेमाल कर भी सुखा सकते हैं।
  • वैसे खिलौने जिन्हें आप कीटाणुनाशक वाले घोल में नहीं डाल सकते उन खिलौनों को साफ करने के लिए कीटाणुनाशक वाइप्स इस्तेमाल करें या फिर कीटाणुनाशक घोल में किसी कपड़े को भिगोकर उससे खिलौनों को साफ करें। ध्यान रखें कि खिलौनों की सतह कम से कम 5 मिनट तक गीली रहे ताकि खिलौने अच्छी तरह से साफ और कीटाणुमुक्त हो जाएं।

Dr Rahul Gam

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