प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोविड-19 संकट पर चौथी बार देशभर के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की। इसमें उन्होंने कोविड-19 से निपटने के लिए आगे की योजना पर बात की। साथ ही अर्थव्यवस्था को भी महत्व देने पर जोर दिया। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बैठक में लॉकडाउन को एक बार फिर आगे बढ़ाने के संकेत मिले हैं। केंद्र सरकार की समाचार एजेंसी पीआईबी के मुताबिक, बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से कोविड-19 के संबंध में सकारात्मक परिणाम मिले है। उन्होंने कहा कि इससे पिछले डेढ़ महीने में हजारों लोगों की जान बचाने में कामयाबी मिली है। लेकिन इसके साथ उन्होंने यह भी कहा, 'कोरोना वायरस का प्रभाव आने वाले महीनों में दिखाई देता रहेगा। मास्क और फेस कवर (पहनना) हमारी जिंदगी का हिस्सा होंगे।'
पीआईबी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे का खत्म होना अभी दूर की बात है, लिहाजा लगातार निगरानी रखना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि राज्य सरकारों को कोरोना वायरस के प्रभाव के चलते 'रेड जोन' घोषित किए गए इलाकों को पहले 'ओरेंज जोन' और फिर 'ग्रीन जोन' में बदलने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा, 'हमें तुरंत प्रतिक्रिया के तहत काम करना चाहिए और 'दो गज की दूरी' के मंत्र को अपनाना चाहिए.' वहीं, गृह मंत्रालय ने भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन लागू करने की बात कही है।
उधर, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बातचीत के बाद मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि उनकी सरकार लॉकडाउन को तीन मई के बाद भी जारी रखना चाहती है। वहीं, पुदुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अधिकतर मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से कहा कि लॉकडाउन को जारी रखा जाना चाहिए। खबरों के मुताबिक, नारायणसामी ने कहा, 'मुख्यमंत्रियों ने एकमत से प्रधानमंत्री से कहा कि वायरस जिस प्रकार से फैल रहा है, उसे देखते हुए लॉकडाउन हटाने का फैसला सोच-समझकर लेने की जरूरत है।' इसके अलावा गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी लॉकडाउन को तीन मई से आगे बढ़ाने की वकालत करते हुए आर्थिक मोर्चे की गतिविधियों में ढील देने की बात कही।
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महाराष्ट्र के 231 जोन्स में 14 दिनों में एक भी नया मामला नहीं
बीते सप्ताहांत महाराष्ट्र से खबर आई थी कि वहां मुंबई और पुणे समेत कई इलाकों में लॉकडाउन बढ़ाया जा सकता है। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से आई खबरों के मुताबिक, सरकार ने मुंबई, पुणे, नासिक, नागपुर, औरंगाबाद और अमरावती के अलावा कई जिलों की स्थिति पर नजर बनाई हुई है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के ज्यादातर मरीज इन्हीं इलाकों से हैं। ऐसे में सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लागू लॉकडाउन में राहत देने पर विचार कर रही है।
इस बीच, सोमवार को एक बड़ी खबर यह आई कि महाराष्ट्र में कन्टेंमेंट जोन या हॉटस्पॉट घोषित किए गए 231 इलाकों में पिछले 14 दिनों से कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है। एनडीटवी के मुताबिक, बृह्नमुंबई नगर निगम की मेयर किशोरी पेडनेकर ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ने मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने यहां के कई इलाकों को कन्टेंमेंट जोन घोषित किया हुआ है। कुछ मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, ऐसे इलाकों की संख्या एक हजार से भी ज्यादा है, जिनमें से अधिकतर मुंबई में हैं।
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