दुनियाभर के कई विकसित देश अभी तक कोविड-19 महामारी से जूझ रहे हैं। लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं और हजारों की मौत हो चुकी है। लेकिन इस दौरान न्यूजीलैंड ने अपने यहां कोरोना वायरस को नियंत्रण कर हर तरफ प्रशंसा बटोरी है और अब वह चीन के बाद दूसरा देश बन गया है, जहां कोरोना वायरस संक्रमण का प्रभाव पूरी तरह से खत्म हो चुका है। खुद न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा ऑर्डर्न ने इसकी पुष्टि की है। इसके बाद उनकी सरकार ने चरणबद्ध तरीके से (लॉकडाउन के तहत लगाए गए) कुछ प्रतिबंधों को खत्म करने का फैसला लिया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, न्यूजीलैंड में कोविड-19 से अब तक करीब 1400 से ज्यादा मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें से 1,200 से ज्यादा को बचाने में वहां की सरकार कामयाब रही है। मृतकों की संख्या केवल 19 है। ऐसे में पीएम ऑर्डर्न ने दावा किया कि वर्तमान में न्यूजीलैंड में कोविड-19 के कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का कोई प्रभाव नहीं है। हालांकि उन्होंने साथ में यह भी कहा कि संक्रमण के असर को शून्य बनाए रखने के लिए सतर्क रहना होगा।
अप्रैल की शुरूआत में संक्रमण का असर हुआ कम
अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के मुताबिक, न्यूजीलैंड में पांच अप्रैल के बाद से कोरोनो वायरस का असर कम होना शुरू हो गया था। तब वहां 89 मामलों की पुष्टि हुई थी। उसके बाद वहां प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या शायद ही कभी दहाई में रही। वहीं, रविवार को हफ्तों बाद पहली बार किसी भी नए मामले की पहचान नहीं की गई। हालांकि सोमवार को पांच नए मामले सामने आए। न्यूजीलैंड के स्वास्थ्य महानिदेशक एशले ब्लूमफील्ड ने कहा, 'हाल के दिनों में कोरोना वायरस से जुड़े कुछ एक मामले सामने आए हैं, लेकिन हम विश्वास दिलाते हैं कि हमने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है।’
घर से काम करने की सलाह
प्रधानमंत्री ऑर्डर्न का कहना है कि केवल 50 लाख की जनसंख्या वाले न्यूजीलैंड के लिए यह काफी अहम है कि यहां कोविड-19 के चलते लगाए लॉकडाउन की तीसरी स्टेज को कम कर दिया गया है। इसका मतलब है कि कुछ व्यवसायों को फिर से खोलने की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वायरस के पूरी तरह से खत्म होने तक अधिक संपर्क वाले व्यवसाय (जैसे जिम) बंद रहेंगे। न्यूजीलैंड हेराल्ड के अनुसार, सुपरमार्केट, डेयरी, गैस स्टेशन, फार्मेसी या अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को शुरू किया जा रहा है। लेकिन इसके लिए भी लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग (एक मीटर) का ख्याल रखना होगा। प्रधानमंत्री ऑर्डर्न ने यह भी सलाह दी कि अगर लोग घर से काम कर सकते हैं तो उन्हें ऐसा करना जारी रखना चाहिए।