केंद्र सरकार का दावा है कि भारत में कोविड-19 के फैलने की दर कई देशों के मुकाबले कम है और यहां रिकवरी रेट (27.2 प्रतिशत) भी लगातार सुधर रहा है। वहीं, मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, देश के कुछ राज्य हैं जहां कोविड-19 का अब एक भी मामला नहीं और कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां जल्दी ही इस बीमारी के मरीजों की संख्या शून्य हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जिन राज्यों में कोरोना वायरस का अब एक भी मरीज नहीं है, उनमें अरुणाचल प्रदेश, गोवा और मणिपुर शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश में एक ही व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रभाव में आया था। उसे इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, गोवा में कुल सात लोग संक्रमित हुए थे। दो हफ्ते पहले उन सभी को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई थी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने खुद राज्य के 'कोरोना मुक्त' होने की जानकारी दी थी। इसके अलावा, मणिपुर में कोविड-19 के केवल दो मामले सामने आए थे। वहां भी अब इस बीमारी का कोई मरीज नहीं है। अच्छी बात यह है कि इन तीनों राज्यों में कोई नया संदिग्ध मामला भी सामने नहीं आया है।
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हालांकि, त्रिपुरा में नए मामले सामने आए हैं। पहले यहां कोरोना वायरस के दो मरीजों की पुष्टि हुई थी। बाद में दोनों के ठीक होने के बाद राज्य के 'कोरोना मुक्त' होने की बात कही जा रही थी। लेकिन ताजा आंकड़े चौंकाते हैं, जिनमें त्रिपुरा में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 16 बताई गई है। दरअसल, त्रिपुरा में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के 14 जवान कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। खबरों के मुताबिक, ये सभी जवान एक ही यूनिट के हैं। इन नए मामलों के सामने आने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब देव ने कहा है कि उनकी सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। यहां यह भी बताते चलें कि इन जवानों के वायरस से ग्रस्त होने की पुष्टि के बाद देशभर में कोविड-19 से पीड़ित बीएसएफ जवानों की संख्या 54 हो गई है।
बहरहाल, सरकार के आंकड़े संकेत देते हैं कि आने वाले दिनों में 'कोरोना मुक्त' राज्यों की संख्या बढ़ सकती है। मसलन, अंडमान और निकोबार में कोविड-19 के कुल 33 मरीजों में से 32 ठीक हो चुके हैं। 33वें मरीज का इलाज जारी है। उम्मीद करनी चाहिए कि उसे भी इस हफ्ते डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। असम में कोरोना वायरस से अब तक 43 मरीज संक्रमित हुए हैं। इनमें से 32 का इलाज किया जा चुका है। हालांकि यहां एक मरीज की मौत हो गई है। शेष दस मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उधर, छत्तीसगढ़ में मरीजों की संख्या भले ही 57 हो गई है, लेकिन अच्छी बात यह है कि यहां एक की भी मौत नहीं हुई है, जबकि 36 का इलाज किया जा चुका है। कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में कुल मरीजों और डिस्चार्ज हुए लोगों की संख्या में काफी कम अंतर रह गया था।
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हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के कुल 40 मरीज हैं। इनमें से एक की मौत हो गई है, लेकिन 34 को बचा लिया गया है। अब यहां केवल पांच मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। उम्मीद की जानी चाहिए उन सभी को बचा लिया जाएगा। इसके अलावा उत्तराखंड में 60 मरीजों में से 39 को बचा लिया गया है। यहां अभी तक केवल एक मरीज की मौत हुई है।
कोविड-19 से निपटने में जिस राज्य ने सभी को प्रभावित किया है, वह है केरल। देश में कोरोना वायरस के सबसे पहले तीन मरीज इसी राज्य में सामने आए थे। आज यहां कोविड-19 के मरीजों की संख्या 500 है, जबकि महाराष्ट्र में यह संख्या 12 गुना, दिल्ली में आठ गुना और गुजरात में दस गुना से भी ज्यादा है। आंकड़े बताते हैं कि देश के 14 राज्य इस मामले में केरल से आगे हैं, लेकिन जान बचाने में उनमें से कोई भी उसके आसपास नहीं है। केरल सरकार 500 मरीजों में से 401 यानी 80 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों की जान बचाने में कामयाब रही है। वहीं, मरने वालों की संख्या मात्र चार है।
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गौरतलब है कि सोमवार शाम तक देश में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या 42,836 हो गई है। इनमें से 1,389 की मौत हो गई है। यह संख्या मंगलवार तक 1,400 तक जा सकती है। वहीं, सफलतापूर्वक इलाज के बाद डिस्चार्ज किए गए लोगों की संख्या 11,762 हो गई है, जो मंगलवार को 12,000 के पार जा सकती है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि बीते 24 घंटों में देश में कोविड-19 के एक हजार से ज्यादा मरीजों को बचाया गया है।