मास्क के इस्तेमाल पर कोविड-19 के अपने दिशा निर्देश को फिर से अपडेट करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बुधवार 2 दिसंबर को सुझाव दिया कि अगर घर के अंदर या किसी बंद इंडोर जगह पर आप कई लोगों के साथ मौजूद हैं और वहां पर वेंटिलेशन यानी वायु संचालन की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है तो ऐसे में आपको वहां पर भी मास्क का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। हालांकि WHO की ये नई सिफारिशें कोरोना वायरस के ज्ञात या संदिग्ध क्लस्टर या कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाले क्षेत्रों में लागू होती हैं।
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इंडोर जगहों पर भी नॉन मेडिकल मास्क पहनना जरूरी
इस नई गाइडेंस के मुताबिक, "WHO की सलाह है कि पूरी तरह से बंद इनडोर जगहें जैसे- दुकानें, शेयर्ड वर्कप्लेस, स्कूल आदि या फिर आउटडोर वाली जगहें जहां पर एक मीटर की शारीरिक दूर का पालन नहीं किया जा सकता, वहां पर आम लोगों को नॉन-मेडिकल मास्क जरूर पहनना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति इंडोर यानी घर के अंदर है तो वहां भी जब तक वेंटिलेशन का मूल्यांकन कर उसे पर्याप्त नहीं माना जाता तब तक WHO की सलाह है कि आम लोग नॉन-मेडिकल मास्क का इस्तेमाल करें। यहां पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वहां पर एक मीटर की शारीरिक दूरी को मेंटेन किया जा रहा हो।"
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वाल्व वाले मास्क का प्रयोग न करें: WHO
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी WHO ने लोगों से यह भी अपील की कि उन्हें कठिन या फुर्तीली शारीरिक गतिविधि करने के दौरान मास्क नहीं पहनना चाहिए और साथ ही में वैसे मास्क का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए जिसमें वाल्व लगे हों क्योंकि इस तरह के फेसमास्क, मास्क के छानने की क्रिया (फिल्ट्रेशन) की उपेक्षा करते हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान मास्क के गाइडेंस को लेकर यह WHO का चौथा अपडेट है- इससे पहले आखिरी अपडेट अगस्त महीने में आया था- जिसमें WHO ने हेल्थकेयर सेटिंग्स में मास्क के व्यापक उपयोग की बात कही है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां इंफेक्शन कलस्टर है या फिर कम्यूनिटी ट्रांसमिशन का खतरा है।
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इनपेशेंट मरीजों को भी मास्क पहनना चाहिए
इस तरह के मामलों में, WHO ने सुझाव दिया है कि "स्वास्थ्य सुविधा (फिर चाहे वह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हो, माध्यमिक या तृतीयक देखभाल केंद्र हो, आउटपेशेंट मरीजों की देखभाल वाली जगह हो या फिर दीर्घकालिक केयर सुविधा वाले केंद्र हों) के भीतर मौजूद सभी लोगों (स्टाफ, मरीज, विजिटर्स, सेवा प्रदाता और अन्य लोग) को व्यापक रूप से मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके अलावा वैसे मरीज जो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं (इनपेशेंट) उन्हें भी मास्क पहनना चाहिए, ऐसी स्थिति में जब कम से कम 1 मीटर की शारीरिक दूरी को मेंटेन करना संभव न हो या फिर तब जब मरीज अपने देखभाल केंद्र से बाहर हों।
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कोविड-19 का शक हो तो मेडिकल मास्क का इस्तेमाल करें
इसके अलावा WHO ने यह भी सलाह दी है कि अगर किसी व्यक्ति को कोविड-19 होने का शक है या फिर अगर कोई व्यक्ति अपने कोविड टेस्ट के नतीजों का इंतजार कर रहा है तो उसे मेडिकल मास्क पहनना चाहिए जब भी उनके आसपास लोगों की मौजूदगी हो। जहां तक फेसशील्ड का सवाल है तो WHO ने कहा है कि, जब बात श्वसन बूंदों के खिलाफ सुरक्षा की आती है तो फेसशील्ड कुछ हद तक केवल आंखों को सुरक्षा प्रदान करता है और इसलिए उन्हें मास्क के बराबर नहीं समझना चाहिए। हालांकि WHO की मानें तो अगर मास्क उपलब्ध न हो या फिर अगर वैसे लोग जिन्हें नॉन मेडिकल मास्क पहनने में दिक्कत आती हो- उदाहरण के लिए वैसे लोग जिन्हें संज्ञानात्मक, श्वसन या सुनने से जुड़ी समस्या हो- वैसे लोग विकल्प के तौर पर फेस शील्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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फेसशील्ड यूज करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
WHO की गाइडेंस में कहा गया है कि "अगर फेसशील्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है तो यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि उसका डिजाइन उचित हो जो चेहरे के साइड के हिस्सों और ठुड्डी के नीचे के हिस्से को भी ढक कर रखता हो।"