आप चाहे घर के अंदर हों (इंडोर) या घर के बाहर (आउटडोर), आप जिस हवा में सांस ले रहे हैं उसका आपकी सेहत पर काफी असर पड़ता है। अगर आप जिस हवा में सांस ले रहे हैं उसकी क्वॉलिटी खराब है तो आपको फेफड़ों का कैंसर, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा रहता है। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के आंकड़ों की मानें तो हर साल दुनियाभर में सिर्फ वायु प्रदूषण की वजह से 3.3 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है। लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ घर के बाहर ही नहीं, बल्कि घर के अंदर की हवा भी प्रदूषित होती है। 

इस वक्त बेहद संक्रामक और जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन है। भारत में भी 21 दिनों के लॉकडाउन की समय सीमा खत्म होने पर इसे फिर से 19 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। अब भारत में 3 मई तक लॉकडाउन है और लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। ऐसे समय में जब आप हफ्ते के सातों दिन और चौबीसों घंटे (24x7) घर के अंदर बंद हैं, बेहद जरूरी है कि घर के अंदर की हवा को साफ रखा जाए ताकि न सिर्फ कोरोना वायरस बल्कि कई दूसरी बीमारियों से भी बचा जा सके।

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  1. इन कारणों से प्रदूषित होती है घर के अंदर की हवा
  2. घर की सभी खिड़कियां खोलें
  3. घर की सतहों को साफ और कीटाणुमुक्त बनाएं
  4. जूतों को घर के बाहर उतारें
  5. एयर प्योरिफायर या पौधों से हवा को बनाएं साफ
  6. सुगंधित तेल या मधुमक्खी के मोम से बनी कैंडल यूज करें

घर के अंदर की इंडोर हवा के प्रदूषित होने के कई कारण हो सकते हैं। इन्वायरन्मेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी (ईपीए) की मानें तो घर में लगे फर्निशिंग्स और इलेक्ट्रॉनिक्स कम या ज्यादा मात्रा में नियमित रूप से पॉल्यूटेंट्स यानी प्रदूषक तत्व रिलीज करते रहते हैं। इसके अलावा घर के अंदर धूम्रपान करने, घर की साफ-सफाई करने या रेनोवेशन के दौरान भी प्रदूषक तत्व रिलीज होते हैं। इसके अलावा घर में अगर कोई उपकरण (अप्लायंस) सही तरीके से काम न कर रहा हो तो उसकी वजह से भी खतरनाक प्रदूषक तत्व घर के अंदर की हवा में मिल जाते हैं।

ऐसे में अगर आप सोचते हैं कि सिर्फ सुगंधित सेंट वाला एयर फ्रेशनर घर में छिड़क देने से घर की हवा साफ हो जाएगी तो ऐसा बिलकुल नहीं है। ज्यादातर एयर फ्रेशनर्स से हानिकारक केमिकल्स निकलते हैं। घर की हवा को साफ करने के लिए आपको उसे प्रदूषण मुक्त और कीटाणु मुक्त बनाना होगा। लिहाजा बिना केमिकल्स का इस्तेमाल किए नैचरल तरीके से कैसे आप घर और घर के अंदर की हवा को साफ और कीटाणुमुक्त बना सकते हैं, इस बारे में यहां जानें।

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घर के साथ-साथ घर की हवा को भी साफ बनाने का सबसे आसान, बिना किसी मेहनत वाला सस्ता तरीका है- घर की खिड़कियां खोलना। हर दिन कम से कम 5 मिनट के लिए ही सही लेकिन घर की सभी खिड़कियां जरूर खोलें ताकि घर के अंदर ताजी हवा और सूरज की रोशनी आए। ऐसा करने से घर के अंदर की हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों को बाहर निकालने और घर के अंदर की हवा को साफ और कीटाणुमुक्त बनाने में मदद मिलेगी।

सिर्फ कोविड-19 का हानिकारक वायरस सार्स-सीओवी-2 ही नहीं बल्कि सामान्य बीमारियां जैसे- फ्लू, कॉमन कोल्ड के वायरस भी दूषिक व्यक्ति से हवा के साथ-साथ आसपास मौजूद सतहों पर भी गिर जाते हैं। लिहाजा वैसी जगहें या चीजें जिन्हें ज्यादा लोग छूते हैं या ज्यादा बार छूते हैं उनकी सफाई बेहद जरूरी है। टेबल या काउंटर का ऊपर हिस्सा, दरवाजों का हैंडल और कुंडी, टीवी का रिमोट जैसी चीजों की अच्छी तरह से सफाई करें। साबुन-पानी या डिसइंफेक्टेंट वाइप्स की मदद से इन चीजों को कीटाणुमुक्त करें।

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वैसे जूते जिन्हें आप घर के बाहर पहनकर जाते हैं उन्हें घर के बाहर ही रखें तो बेहतर होगा, उन्हें घर के अंदर लाने की जरूरत नहीं। घर के बाहर पहनने वाले फुटवेअर में धूल और गंदगी के अलावा कई तरह के बैक्टीरिया, वायरस या फंगस हो सकता है। ऐसे में जब आप इन फुटवेअर्स को पहनकर घर के अंदर आते हैं तो ये कीटाणु या रोगाणु जूतों के साथ घर के अंदर आकर सतहों पर और हवा में मिल जाते हैं। लिहाजा इन जूतों को घर के बाहर ही रखा जाना जरूरी है। इन्हें खोलकर ही घर के अंदर प्रवेश करें। ऐसा करने से न सिर्फ आपके घर का फर्श बल्कि हवा भी साफ और कीटाणुमुक्त रहेगी।

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आप चाहें तो घर के अंदर की हवा को साफ और कीटाणुमुक्त बनाए रखने के लिए एयर प्योरिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्योरिफायर की मदद से घर के अंदर की हवा लगातार घूमती रहती है (सर्कुलेट) जिससे ये हवा साफ हो जाती है। साथ ही एयर प्योरिफायर हवा में मौजूद छोटे-छोटे कणों और रोगाणुओं को भी हटाने में मदद करता है जिससे फ्लू के वायरस को दूर करने में मदद मिलती है। अगर आप एयर प्योरिफायर खरीदने में पैसे खर्च नहीं करना चाहते तो घर के अंदर एयर प्योरिफाइंग पौधे लगा सकते हैं। इंग्लिश आइवी, स्नेक प्लांट, ऐलोवेरा, ये कुछ ऐसे कॉमन प्लांट्स हैं जिन्हें घर के अंदर रखने पर ये घर की हवा को साफ करने में मदद करते हैं।

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myUpchar के डॉक्टरों ने अपने कई वर्षों की शोध के बाद आयुर्वेद की 100% असली और शुद्ध जड़ी-बूटियों का उपयोग करके myUpchar Ayurveda Urjas Energy & Power Capsule बनाया है। इस आयुर्वेदिक दवा को हमारे डॉक्टरों ने कई लाख लोगों को शारीरिक व यौन कमजोरी और थकान जैसी समस्या के लिए सुझाया है, जिससे उनको अच्छे प्रभाव देखने को मिले हैं।

टी ट्री ऑइल एक सुगंधित और इसेंशल ऑइल है जिसमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जिससे घर के अंदर की हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस को दूर कर घर की हवा को कीटाणुमुक्त किया जा सकता है। इसके अलावा बीजवैक्स यानी मधुमक्खी के मोम से तैयार की गई मोमबत्तियां भी प्राकृतिक रूप से एयर प्योरिफायर का काम करती हैं जो घर के अंदर की हवा की क्वॉलिटी को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। साथ ही इनमें किसी भी तरह की सुगंध या धुंआ भी नहीं होता है।

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