क्या बाल झड़ना भी कोरोना वायरस संक्रमण का लक्षण हो सकता है? अमेरिकी अखबार दि न्यूयॉर्क टाइम्स (एनवाईटी) की एक रिपोर्ट इस सवाल को लेकर ध्यान खींचती है। रिपोर्ट में कोविड-19 के मरीजों और कोरोना वायरस संकट से निपट रहे डॉक्टरों के अनुभवों के आधार बताया गया है कि सार्स-सीओवी-2 कई मरीजों के बाल झड़ने की वजह के रूप में सामने आया है। एनवाईटी की इस रिपोर्ट में डॉक्टरों ने बताया है कि उनके पास ऐसे कई लोग आ रहे हैं, जो कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और बाद में उनके बाल तेजी से झड़ने लगे। यहां तक कि जो लोग कभी भी इस वायरस के संक्रमण के चलते बीमार नहीं हुए, उनमें भी बाल झड़ने का ट्रेंड बढ़ता दिख रहा है। डॉक्टर इसे अत्यधिक तनाव, बड़ी सर्जरी या इमोशनल ट्रॉमा से जोड़कर देख रहे हैं।

(और पढ़ें - कोविड-19: संक्रमित गर्भवती महिलाओं के नवजात बच्चों में दिखे प्रतिकूल प्रभाव, लेकिन ज्यादातर सामान्य, वैज्ञानिकों को अध्ययन पूरा होने का इंतजार)

एनवाईटी ने बताया है कि कोविड-19 को मात देने वाले लोगों ने सोशल मीडिया पर कई ऑनलाइन ग्रुप बनाए हैं, जहां वे बीमारी से संबंधित अपने अनुभव साझा करते हैं। इस दौरान इन पेजों पर ऐसे कोरोना सर्वाइवर्स की संख्या बढ़ती जा रही है, जो बीमारी से उबरने के बाद बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं। वहीं, अब डॉक्टर भी मानने लगे हैं कोविड-19 से रिकवर हो रहे मरीज हेयर लॉस की समस्या का सामना कर रहे हैं। वे कहते हैं कि ऐसा केवल वायरस के कारण नहीं हो रहा है, बल्कि बीमारी के चलते पैदा हुए शारीरिक तनाव के कारण भी देखने को मिल रहा है। 

डॉक्टरों के मुताबिक, यह भी एक कारण है कि जो लोग कभी भी वायरस की चपेट में नहीं आए हैं, वे भी बाल झड़ने की शिकायत कर रहे हैं। इन लोगों के मामले में हेयर लॉस का कारण कोविड-19 महामारी के चलते पैदा हुए भावनात्मक तनाव को बताया जा रहा है। गौरतलब है कि इस वैश्विक स्वास्थ्य संकट के चलते बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी नौकरियां खोई हैं। इस कारण वे वित्तीय तनाव से भी जूझ रहे हैं। कई लोग कोविड-19 के चलते परिवार के सदस्यों के मारे जाने के बाद भावनात्मक तनाव की चपेट में आ गए हैं। इसके अलावा भी कई अन्य फैक्टर्स हैं जो लोगों के बाल झड़ने की वजह बन रहे हैं।

अमेरिका के ओहायो स्थित जाने-माने मेडिकल सेंटर क्लेवलैंड क्लिनिक में डर्मटॉलजी की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शिल्पी खेत्रपाल अखबार से हुई बातचीत में कहती हैं, 'इस महामारी में तनाव कई सारे प्रकारों के रूप में सामने आया है। हम हेयर लॉस के बहुत सारे मामले देख रहे हैं, क्योंकि ये तमाम तरह के तनाव अभी तक गए नहीं हैं।' डॉ. शिल्पी बताती हैं कि कोविड-19 महामारी से पहले कई हफ्तों तक हेयर लॉस का कोई मामला नहीं आता था। लेकिन अब हर हफ्ते लगभग 20 लोग यह शिकायत लेकर आ रहे हैं।

(और पढ़ें - शरीर में जिंक की कमी कोविड-19 से मौत होने के खतरे को बढ़ा सकती है: वैज्ञानिक)

रिपोर्ट में एनवाईटी ने जुलाई में हुए एक सर्वे का जिक्र किया है। इंडियाना यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की एसोसिएट प्रोफेसर नटायली लैम्बर्ट ने सर्वाइवर कॉर्प्स नामक ग्रुप की मदद से यह सर्वे आयोजित किया था, जिसमें कोविड-19 से ठीक होने के बाद के लक्षणों को जानने की कोशिश की गई थी। सर्वे में 1,567 कोरोना सर्वाइवर्स को शामिल किया गया था। पता चला उनमें से 423 असामान्य रूप से बाल झड़ने की समस्या से परेशान थे।

इस बारे में माउंट सिनाई स्थित आइकान स्कूल ऑफ मेडिसिन के डर्मटॉलजी डिपार्टमेंट की नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. एमा गटमैन-यास्की ने बताया कि उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में शामिल सबसे आगे की पंक्ति के मेडिकल वर्कर्स में हेयर लॉस के मामले देखे हैं। इनमें डॉ. एमा के अपने अस्पताल के कर्मचारी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया, 'उनमें से कुछ को कोविड-19 बीमारी हुई थी, लेकिन सबको नहीं। यह (मौजूदा) परिस्थितियों से पैदा हुए तनाव के कारण हो रहा है। वे लोग अपने परिवारों से अलग थे और घंटों काम कर रहे थे।' 

हालांकि डॉ. एमा और अन्य डॉक्टरों का अनुमान है कि कोविड-19 और इसकी वजह से पैदा हुए तनाव के चलते लोगों में हेयर फॉल की समस्या अस्थायी होनी चाहिए, लेकिन इसे खत्म होने में महीनों लग सकते हैं। एनवाईटी से बातचीत में डॉ. एमा ने कहा कि कोविड-19 के सभी मरीजों में हेयर लॉस की समस्या नहीं है। वे बताती हैं कि जो मरीज बहुत जल्दी रिकवर हो गए, उनमें एक-दो जगहों से लेकर पूरे शरीर में बाल झड़ने के मामले दिखे हैं। इनमें भौहों और पलकों के बाल भी शामिल हैं। ऐसा क्यों हो रहा है इसका सही-सही जवाब फिलहाल विशेषज्ञों के पास नहीं है।

(और पढ़ें - जॉनसन एंड जॉनसन ने दुनिया का सबसे बड़ा कोविड-19 वैक्सीन ट्रायल शुरू किया, जानें क्यों कोरोना वायरस के खिलाफ भरोसा जगाती है 'जेएनजे-78436735')

फिलहाल डॉ. एमा जैसे एक्सपर्ट केवल अनुमान लगा रहे हैं। उनका कहना है कि हो सकता है कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते शरीर में होने वाली सूजन और जलन (इन्फ्लेमेशन) के कारण कुछ कोविड-19 मरीजों के इम्यून मॉलिक्यूल्स काफी ज्यादा बढ़ गए हों, जिसके कारण इन मरीजों के बाल झड़ रहे हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की एक डर्मिटॉलजिस्ट डॉ. सारा होगन कहती हैं कि कोविड-19 की वजह से शरीर में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ने की वजह से ऐसा हो सकता है। वहीं, डॉ. खेत्रपाल कहती हैं कि बाल झड़ना अपनेआप एक स्ट्रेस है, जो इस समस्या को और बढ़ाता है।

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें