भारत के कई राज्यों में जहां कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं गोवा पहला ऐसा राज्य है जहां इस बीमारी के संक्रमण से सभी मरीज उबर गए हैं। यानी इस समय गोवा में कोविड-19 का एक भी मरीज नहीं है। बता दें कि गोवा में कोरोना वायरस से सात लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। खबरों के मुताबिक, इन सभी का इलाज किया जा चुका है। इतना ही नहीं, बीती तीन अप्रैल के बाद से गोवा में कोरोना वायरस का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘गोवा देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसमें बीते दो हफ्ते से ज्यादा समय से कोरोनो वायरस का कोई मामला नहीं आया है। राज्य में कुल सात पॉजिटिव मामले थे, जिनमें से छह लोगों की ट्रेवल डिटेल बाहर की थी, जबकि एक मरीज पहले से संक्रमित एक व्यक्ति का भाई था।’
लॉकडाउन रहेगा जारी
हालांकि, गोवा सरकार ने अपने यहां लॉकडाउन जारी रखने का फैसला किया है। उसका कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित तारीख तक गोवा में लॉकडाउन जारी रहेगा। वहीं, गोवा प्रशासन का कहना है कि उसका अगला लक्ष्य राज्य को कोविड-19 से मुक्त बनाए रखना है। इसके तहत, महाराष्ट्र और कर्नाटक के साथ लगी राज्य की सीमाएं सील रहेंगी। हालांकि किसी विशेष परिस्थितियों में गोवा में आने वाले व्यक्ति को सरकारी क्वारंटीन सेंटर में रहना होगा। इसके अलावा सरकार 20 अप्रैल से उस (डोर-टू-डोर) सर्वे की जांच करेगी, जो उसने पिछले हफ्ते किया था। इसके आधार पर तय किया जाएगा कि अब किस और कितने लोगों का टेस्ट करने की जरूरत है।
राज्य में हालात बेहतर होने के बाद गोवा सरकार ने प्रदेश में सभी सरकारी कार्यालय को फिर से शुरू (20 अप्रैल से) करने का आदेश दिया है। लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग की प्रक्रिया नियमबद्ध रूप से लागू होगी। इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को घर से दफ्तर लाने के लिए राज्य परिवहन की बसें मुहैया कराई जाएंगी। वहीं, निजी उद्योगों को भी नियमों के तहत शुरू करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा स्कूटर और बाकी टू व्हीलर वाहन चालकों को अकेले बैठकर आने-जाने की अनुमति होगी।