दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में बीते करीब दो महीनों की सबसे बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली में 2,312 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इसी दौरान राजधानी में 18 लोग कोविड-19 बीमारी से मारे गए हैं। इस बढ़ोतरी से दिल्ली में कोविड-19 के मरीजों की संख्या एक लाख 77 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, मृतकों का आंकड़ा 4,462 हो गया है। इसके अलावा रिकवरी रेट 88.5 प्रतिशत पर आ गया है, जो कुछ दिनों पहले 90 प्रतिशत हो गया था।

एनडीटीवी ने बताया है कि मंगलवार से पहले दिल्ली में कोविड-19 से जुड़े मामलों में सबसे बड़ी बढ़ोतरी बीती चार जुलाई को दर्ज की गई थी। तब राजधानी में एक दिन में 2,500 से ज्यादा कोरोना केस सामने आए थे। लेकिन उसके बाद से यहां कोरोना संक्रमण के मामले लगातार कम होते चले गए। अब इनमें एक बार फिर बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिसने सरकार को चिंता में डाल दिया है। हालात ऐसे समय में फिर से संकटपूर्ण होते दिख रहे हैं, जब दिल्ली में अनलॉक 4 के निर्देशों के तहत ज्यादातर पाबंदियों को खत्म किया जा रहा है। इस सिलसिले में बीते सप्ताहांत दिल्ली सरकार ने मेट्रो सेवा सात सितंबर से बहाल करने की घोषणा की थी। अब देखना होगा कि राजधानी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़ती देख सरकार आगे क्या योजना अपनाती है. 

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तीसरे सेरो सर्वे की शुरुआत
इस बीच, दिल्ली में तीसरा सेरोलॉजिकल सर्वे मंगलवार से शुरू कर दिया गया है। राजधानी में कोरोना वायरस किस सीमा तक फैल चुका है, यह जानने के लिए इस तीसरे सेरो सर्वे को शुरू किया गया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अगले सात दिनों तक दिल्ली के सभी 272 म्युनिसिपल वार्डों में सर्वेक्षण किया जाएगा। इस दौरान दिल्ली सरकार और सहयोगी मेडिकल संस्थानों की टीमों द्वारा कुल 17 हजार ब्लड सैंपल लिए जाएंगे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इस सर्वे का काम इसी हफ्ते पूरा कर लिया जाएगा और जल्दी ही उसके परिणाम सामने रखे जाएंगे। इससे पहले बीती एक अगस्त से सात अगस्त के बीच किए गए दूसरे सेरो सर्वे में दिल्ली की 29 प्रतिशत से ज्यादा की आबादी में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी पैदा होने के संकेत मिले थे। 

वह सर्वे और उससे पहले जून-जुलाई के दौरान हुआ पहला सेरो सर्वे जिला स्तर पर किया गया था। लेकिन इस बार का सर्वे वार्ड लेवल पर किया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है, 'इस बार हम वार्ड लेवल पर (सर्वे) करेंगे। इसलिए दिल्ली के सभी 272 म्युनिसिपल वार्डों के साथ दो विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाएगा। एक हफ्ते तक सैंपल लिए जाएंगे। उसके सात से दस दिन के अंतर परिणाम आ जाने चाहिए।'

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