कोविड-19 की वैक्सीन तैयार करने के तौर-तरीकों को लेकर आलोचना का सामना कर रहे रूस ने 'दुनिया की पहली' कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने का दावा करते हुए इसको लॉन्च कर दिया है। सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने इसकी घोषणा की है। बता दें कि रूस कल यानी 12 अगस्त को इस टीके को कोरोना वायरस के खिलाफ तैयार की गई पहली वैक्सीन के रूप में रजिस्टर कराने वाला था। लेकिन मीडिया में आई रिपोर्टों से पता चलता है कि यह काम उससे पहले ही कर दिया गया है। खबर यह भी है कि यह वैक्सीन राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की बेटी को लगाई गई है। वहीं, फिलिपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते ने भी वैक्सीन को सबसे पहले खुद पर आजमाने का प्रस्ताव दिया है।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, वैक्सीन की लॉन्चिंग के मौके पर हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्लादीमिर पुतिन ने रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखेल मुराश्को से कहा कि वे उन्हें वैक्सीन के बार में जानकारी दें, लेकिन इसी दौरान पुतिन यह दावा भी करते दिखे कि वैक्सीन काफी प्रभावी है और शरीर में स्थायी इम्यूनिटी पैदा कर सकती है। अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, लॉन्चिंग के समय पुतिन ने कहा, 'आज सुबह नए कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया की पहली वैक्सीन का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया है।' पुतिन ने यह घोषणा करते हुए वैक्सीन बनाने वाले हरेक व्यक्ति का धन्यवाद किया और दुनिया के लिए इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि वैक्सीन बनाते हुए तमाम जरूरी परीक्षण किए गए हैं। इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि उनकी एक बेटी को भी इस वैक्सीन का एक शॉट दिया गया है। एक और अंतरराष्ट्रीय एजेंसी एपी के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद उनकी बेटी अच्छा महसूस कर रही है।

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गौरतलब है कि रूस के गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने वहां के रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर इस वैक्सीन को तैयार किया है। इसका रजिस्ट्रेशन 12 अगस्त यानी कल होने की बात कही गई थी। हालांकि रूस से जो खबरें आ रही हैं, उन्हें देखकर लग रहा है कि वहां की सरकार ने वैक्सीन का पंजीकरण करा लिया है। उधर, दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने रूस के वैक्सीन बनाने के तरीके को लेकर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, रूस ने बेहद छोटे लेवल के मानव परीक्षण करने के बाद वैक्सीन को लॉन्च करने की बात कही थी। उसकी इस जल्दबादी पर दुनियाभर की फार्मा इंडस्ट्री के विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों ने संदेह जताया है। इन लोगों का आरोप है कि 'राष्ट्रीय गौरव' के नाम पर व्लादीमिर पुतिन विज्ञान और सुरक्षा से समझौता कर रहे हैं।

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हालांकि फिलिपींस के राष्ट्रपति रॉड्रिगो दुतेर्ते जैसे कुछ राष्ट्राध्यक्ष भी हैं, जो रूस की वैक्सीन के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। खबर है कि दुतेर्ते ने रूस की वैक्सीन को लेकर दिए गए प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वे इस वैक्सीन का पहला शॉट खुद को लगाएंगे। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, फिलिपींस के राष्ट्रपति ने कहा, 'जब वैक्सीन आएगी तो मैं सार्वजनिक रूप से खुद को यह वैक्सीन लगवाऊंगा। सबसे पहले मुझ पर एक्सपेरिमेंट किया जाए, कोई बात नहीं।'

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