ऐसा लगता है कोविड-19 के इलाज के लिए कारगर वैक्सीन बनाने की कोशिश में लगी दवा कंपनियों में अब अपनी-अपनी वैक्सीन के कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी होने का दावा करने की होड़ मचने वाली है। अभी हाल ही में अमेरिकी दवा कंपनी फाइजर ने दावा किया था कि उसके द्वारा निर्मित कोविड-19 वैक्सीन बीएनटी162 अंतिम चरण के ट्रायल के प्रारंभिक परिणामों में कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ 90 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावी पाई गई है। वहीं, अब रूस द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक 5 को लेकर दावा किया गया है कि ह्यूमन ट्रायल में इसने सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ 92 प्रतिशत क्षमता दिखाई है। वैक्सीन बनाने वाले रूस के गामालेया नेशनल सेंटर और रूस की सरकारी निवेश कंपनी रशियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने बुधवार को पहले अंतरिम डेटा के आधार पर यह जानकारी दी है।

(और पढ़ें - कोविड-19 से रिकवर हुआ हर पांचवां व्यक्ति 90 दिनों के भीतर मानसिक रोग से प्रभावित होता है: दि लांसेट)

गौरतलब है कि इस समय डबल ब्लाइंड, रैंडमाइज्ड, प्लसीबो कंट्रोल्ड आधारित तीसरे चरण के मानव परीक्षणों के तहत दुनियाभर में 40 हजार प्रतिभागियों पर स्पुतनिक 5 वैक्सीन को आजमाया जा रहा है। खबरों के मुताबिक, इनमें से अब तक 20 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जा चुका है। वहीं, वैक्सीन की डबल डोज या प्लसीबो ड्रग में से कोई एक लेने वाले प्रतिभागियों की संख्या 16 हजार से अधिक है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, स्पुतनिक 5 में कोविड-19 के खिलाफ 92 प्रतिशत एफिकेसी होने का दावा इन्हीं प्रतिभागियों की तुलना से मिले अंतरिम परिणामों के आधार पर किया गया है। यह भी कहा गया है कि ट्रायल के दौरान किसी भी प्रतिभागी में गंभीर विपरीत प्रभाव नहीं देखे गए हैं। हालांकि कुछ मामूली साइड इफेक्ट के मामले जरूर देखने को मिले हैं, जैसे इन्जेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द, फ्लू जैसे लक्षण (बुखार आदि), कमजोरी, थकान और सिरदर्द

(और पढ़ें - कोविड-19: अमेरिका में पहली बार एक दिन में दो लाख से ज्यादा मामले, यूके में 50 हजार मौतों की पुष्टि, इटली में भी दस लाख संक्रमित हुए)

मॉडेर्ना की वैक्सीन के परिणाम भी इसी महीने आएंगे
इस बीच, कोरोना वायरस के खिलाफ एक और मजबूत वैक्सीन कैंडिडेट एमआरएनए1273 के अंतिम चरण के ट्रायल के परिणाम भी इसी महीने आने की संभावना है। इस वैक्सीन को बनाने वाली अमेरिकी दवा कंपनी मॉडेर्ना ने बयान जारी कर यह जानकारी दी है। बुधवार को कंपनी ने कहा कि वह इसी महीने तीसरे चरण के ट्रायलों का शुरुआती डेटा लेकर सामने आएगी। मॉडेर्ना ने यह बात ऐसे समय में कही है, जब दो दिन पहले ही फाइजर ने एलान किया है कि उसकी कोरोना वैक्सीन कोविड-19 के इलाज में 92 प्रतिशत सक्षम है। उसके बाद बुधवार को रूसी वैक्सीन के भी कोरोना वायरस के खिलाफ सक्षम होने का दावा किया जा चुका है। ऐसे में मॉडेर्ना के डेटा के रिलीज होने का भी वैज्ञानिकों को बेसब्री से इंतजार रहेगा।

(और पढ़ें - वैज्ञानिकों को मेलाटोनिन हार्मोन में कोविड-19 का संभावित इलाज दिखा, जानें क्यों)

ब्राजील में चीनी वैक्सीन के ट्रायल की बहाली
उधर, ब्राजील में चीनी कंपनी साइनोवैक द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन कोरोनावैक के ट्रायल को बहाल कर दिया गया है। एक दिन पहले ही किसी प्रतिभागी में ट्रायल के दौरान कथित रूप से गंभीर विपरीत रिएक्शन देखने जाने की बात सामने आई थी, जिसके चलते परीक्षण को अचानक रोक दिया गया था। लेकिन अब इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। वहीं, जिस प्रतिभागी में रिएक्शन होने की जानकारी दी गई थी, उसका वैक्सीन से कोई लेना-देना नहीं था। सीएनएन ने पुलिस रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि असल में इस प्रतिभागी ने आत्महत्या की थी। इसके बाद ब्राजील की नेशनल हेल्थ सर्विलेंस एजेंसी एनविसा ने बयान जारी कर कहा कि कोरोनावैक के अंतिम चरण के ट्रायलों को फिर से शुरू किए जाने की अनुमति दी जाएगी।

इसके साथ ही एनविसा की तरफ से कहा गया है कि किसी प्रॉडक्ट (वैक्सीन) के निलंबन का मतलब यह नहीं है कि उसकी गुणवत्ता, सुरक्षा और क्षमता में किसी तरह की कमी है। वहीं, ब्राजील में साइनोवैक की वैक्सीन का ट्रायल कर रहे संस्थान के निदेशक ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रतिभागी के साथ हुई घटना का वैक्सीन से कोई संबंध नहीं था। इससे पहले एडवर्स रिएक्शन की बात सामने आने के बाद चीनी कंपनी ने बयान जारी कर कहा था कि उसे अपनी वैक्सीन के सुरक्षित होने पर किसी तरह का संदेह नहीं है।

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें