भारत में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 2,900 के पार चली गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार रात को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर कुल मामलों की संख्या 2,547 बताई थी। शनिवार सुबह यह आंकड़ा 2,902 हो गया। यानी मात्र 12-13 घंटों में 355 नए मामलों की पुष्टि की गई है। वहीं, कोविड-19 बीमारी से मरने वालों लोगों की संख्या 68 हो गई है। हालांकि 184 लोगों को बचाने में कामयाबी मिली है।
आंकड़े बताते हैं कि पिछली दो-तीन दिनों में राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़े हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या सौ से नीचे थे। लेकिन अब यह आंकड़ा 386 हो गया है। इसके पीछे निजामुद्दीन स्थित तबलीगी मरकज में आयोजित धार्मिक जलसे को जिम्मेदार बताया जा रहा है। शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी कि दिल्ली में कोविड-19 के कुल मामलों में से 259 तबलीगी मरकज के जलसे में शामिल हुए लोगों से जुड़े हैं।
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कम्युनिटी ट्रांसमिशन अभी भी नहीं
दिल्ली में कोरोना वायरस से मारे गए लोगों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। केंद्र सरकार के मुताबिक, इस जानलेवा वायरस ने राजधानी में अब तक छह लोगों की जान ले ली है। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इनमें से एक मृतक तबलीगी जमात से जुड़ा था। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली में कोरोना वायरस कम्युनिटी ट्रांसमिशन की स्टेज पर अभी भी नहीं पहुंचा है, क्योंकि बढ़े हुए मामलों में बड़ी संख्या तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की है। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में सामुदायिक स्तर पर वायरस नहीं फैला है। घबराने की जरूरत नहीं है। हालात नियंत्रण में हैं।'
मुंबई, तमिलनाडु में 400 से ज्यादा मरीज
नए मरीजों के मामले में तमिलनाडु देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ता दिख रहा है। शुक्रवार को यह दक्षिण राज्य केरल को पीछे छोड़ते हुए दूसरे नंबर पर आ गया था। उस समय केरल में कुल मामलों की संख्या 286 थी और तमिलनाडु में 302 मरीजों की पुष्टि हो चुकी थी। ताजा आंकड़े बताते हैं कि केरल में बीते 24 घंटों में केवल नौ नए मरीजों के साथ कुल मामलों की संख्या 295 है, जबकि तमिलनाडु में यह आंकड़ा 411 हो चुका है। इससे ज्यादा मामले केवल महाराष्ट्र में हैं, जहां कोविड-19 ने 423 लोगों को अपना शिकार बनाया है। वहां के डॉक्टर 42 लोगों को बचाने में कामयाब रहे हैं, जबकि तमिलनाडु में अभी तक केवल छह लोगों को बचाया जा सका है। हालांकि, मृतकों के मामले में तमिलनाडु का रिकॉर्ड महाराष्ट्र से बेहतर है। यहां अब तक केवल एक मरीज की मौत हुई है, जबकि महाराष्ट्र में 19 लोग जान गंवा बैठे हैं।
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मृतकों के मामले में तेलंगाना, मध्य प्रदेश, गुजरात और पंजाब भी देश के अधिकतर राज्यों से आगे हैं। इन चारों प्रदेशों में कोविड-19 के क्रमशः 158, 104, 95 और 53 मामले सामने आएं हैं। तेलंगाना में जहां सात लोगों की मौत हुई है, वहीं, मध्य प्रदेश में छह मौतें दर्ज की गई हैं। पंजाब में यह आंकड़ा पांच है। लेकिन इनमें सबसे आगे गुजरात है जहां कोरोना वायरस से नौ लोगों की मौत हो चुकी है।
देश के 30 प्रतिशत जिलों में फैला कोरोना
भारत के 720 जिलों में से 211 में कोरोना वायरस पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के विश्लेषण पर आधारित कुछ मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया है कि देश के कुछ बड़े राज्यों के 60 प्रतिशत जिले कोरोना वायरस की चपेट में हैं, जबकि छोटे राज्यों के 30 प्रतिशत से ज्यादा जिलों में कोरोना वायरस पहुंच चुका है। इस बारे में कर्नाटक सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है, 'हमारे कोशिश है कि जिन जिलों में पहले कोरोना वायरस की रिपोर्टें आई हैं, वहां इसे फैलने से रोकें। लॉकडाउन से काफी मदद मिली है। हालांकि शुरुआत में लोगों की आवाजाही ने दिक्कतें पैदा की हैं।'
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