दिल्ली में यह विवाद फिर खड़ा हो गया है कि यहां कोविड-19 से कितनी मौतें हुई हैं। कुछ समय पहले दिल्ली के विशेष कोविड-19 अस्पतालों के हवाले मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण से मारे गए लोगों की संख्या दिल्ली सरकार द्वारा दी गई जानकारी से ज्यादा है। अब दिल्ली के तीनों म्युनिसिपल कॉर्पोरेशनों (नॉर्थ, साउथ और ईस्ट) ने दावा किया है कि राजधानी में हुए करीब 2,100 अंतिम संस्कार कोविड-19 के मरीजों से जुड़े हैं। यह संख्या दिल्ली में कोविड-19 के चलते अभी तक हुई मौतों (1,085) का करीब दोगुना है। इसके अलावा, 200 से अधिक अतिरिक्त संदिग्ध मृतकों का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत किए जाने का दावा इन तीनों एमसीडी ने किया है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, गुरुवार को तीनों एमसीडी के मेयरों और उनके द्वारा गठित स्टैंडिंग कमेटी के प्रमुखों ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा है, 'दिल्ली में कोविड-पॉजिटिव (मरीजों) से जुड़े 2,098 अंतिम संस्कार हुए हैं। इनमें से 1,080 साउथ कॉर्पोरेशन, 976 नॉर्थ कॉर्पोरेशन और 42 ईस्ट कॉर्पोरेशन में हुए हैं।' कॉन्फ्रेंस में साउथ एमसीडी द्वारा गठित स्टैंडिंग कमेटी के प्रमुख भूपेन्दर गुप्ता ने बताया कि कोविड-19 से मौत होने पर अस्पताल मृतकों के रिश्तेदारों को शमशान या कब्रिस्तान रेफर करते हैं। उन्होंने कहा कि मृतक की बॉडी को जलाने या दफ्नाने से पहले रिश्तेदारों को डॉक्टर द्वारा एक प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसमें बताया जाता है कि मृतक कोरोना पॉजिटिव था या संदिग्ध। भूपेन्दर गुप्ता ने कहा, 'इसी आधार पर हम कह रहे हैं कि दिल्ली में (कोविड-19 के) कन्फर्म मामलों से जुड़ी 2,098 मौतें हुई हैं।'
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वहीं, नॉर्थ एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी के प्रमुख जय प्रकाश ने कहा कि इन 2,098 कोरोना पॉजिटिव केसों के अलावा 200 अतिरिक्त संदिग्ध मामले और थे जिनमें मृतकों का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत किया गया है। जय प्रकाश ने बताया, '77 संदिग्ध मामले नॉर्थ से हैं, 123 मामले साउथ और 40 ईस्ट कॉर्पोरेशन से हैं।' गौरतलब है कि दिल्ली के सभी नगर निगमों के तहत 13 शमशान घाट, चार कब्रिस्तान और एक सिमेट्री आते हैं। इनमें से छह शमशान, चारों कब्रिस्तान और एक सिमेट्री को कोविड-19 से मारे गए लोगों के अंतिम संस्कार करने के लिए अधिकृत किया गया है।
बहरहाल, तीनों एमसीडी द्वारा किए गए दावों के बाद दिल्ली सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि उसने कोरोना वायरस से हुई मौतों का आंकलन करने के लिए डेथ ऑडिट कमेटी गठित की है। उसका कहना है कि यह कमेटी निष्पक्ष तरीके से कोविड-19 से मारे गए लोगों की गिनती कर रही है। बयान में दिल्ली सरकार ने कहा है, 'माननीय दिल्ली हाई कोर्ट ने भी कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी सही तरीके से काम कर रही है और उसके काम पर सवाल खड़े नहीं किए जा सकते। हम समझते हैं कि कोरोना वायरस की वजह से एक भी मौत नहीं होनी चाहिए। यह एक होकर काम करने और लोगों की जिंदगी बचाने का समय है। यह एक के बाद एक आरोप लगाने का समय नहीं है।'