शहद को सालों से एक प्रसिद्ध घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। शहद में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जिस वजह से यह संक्रमण और बैक्टीरिया के खिलाफ प्रभावी असर दिखाता है। शहद सीने में जकड़न को ठीक करने में भी मदद कर सकता है। इसके लिए आप हर तीन से चार घंटे में शहद का बड़ा चम्मच खाएं। जब तक इसके लक्षणों में आपको सुधार नहीं दखाई देता, तब तक आप शहद का सेवन करें। ध्यान रहे कि एक साल तक के बच्चों में इस समस्या के लिए शहद फायदेमंद नहीं हो सकता है। इसलिए छोटे बच्चे को सीने में जकड़न होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
सीने में जकड़न की समस्या को नमी से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए आप घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह हवा में नमी बनाए रखता है जो बलगम को पतला करने में मदद करती है। यह खांसी व सीने में जमे हुए कफ को कम करने में भी मदद करता है। रात को सोते समय ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें और घर की खिड़कियां व दरवाजे बंद कर लें। इसी के साथ गर्म पानी में भाप लेने और गर्म पानी से नहाने से सीने में जकड़न से आराम पाने में मदद मिल सकती है।
सीने में कफ जमने की वजह से खांसी हो सकती है। इसके लक्षण को कम करने के लिए आप ब्लैक कॉफी का इस्तेमाल कर सकते हैं। ब्लैक कॉफी सीने में जकड़न को ठीक नहीं कर सकती, लेकिन यह सीने में जमे हुए बलगम को कम करने में मदद कर सकती है। इसके लिए आप ब्लैक कॉफी पिएं, लेकिन ध्यान रखें कि पूरे दिन में आप सिर्फ 2 कप ब्लैक कॉफी ही पिएं, क्योंकि कॉफी में कैफीन होता है और इसकी अधिकता स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
जी हां, हल्दी का इस्तेमाल सीने में जकड़न को ठीक करने के लिए किया जा सकता है। हल्दी एक बहुत ही असरदार जड़ी-बूटी है, जो घरों में आसानी से उपलब्ध होती है। हल्दी में कर्क्यूमिन नामक एक यौगिक होता है। यह जमे हुए बलगम को पतला कर सकता है और सीने में जकड़न की समस्या से भी छुटकारा दिला सकता है। हल्दी में दर्द को कम करने और ठीक करने वाले गुण भी होते हैं, जो बैक्टीरिया को मार सकते हैं। इसी के साथ यह खांसी और सर्दी को ठीक करने में भी काफी प्रभावी है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप एक गिलास गर्म पानी में एक चुटकी हल्दी मिलाएं और गरारे करें।
सीने में जमे हुए कफ को निकालने के लिए आप प्याज का इस्तेमाल कर सकते हैं। प्याज सीने में जकड़न को ठीक करने का एक बहुत ही असरकारक घरेलू उपाय है। प्याज में क्वेरसेटिन होता है जो बलगम को हटाता है और दोबारा बनने से भी रोकता है। इसी के साथ प्याज में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो इंफेक्शन को भी रोकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए एक कटोरी में प्याज का रस निकाल लें और इसमें नींबू का रस, शहद व पानी को बराबर मात्रा में मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें। अब इस मिश्रण को गर्म करें और थोड़ा ठंडा होने के बाद पी लें। आप इस मिश्रण को दिन में तीन से चार बार पिएं। इस मिश्रण का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, हो सकता है कि यह आपको पसंद न आएं, लेकिन सीने में जकड़न और बलगम को निकालने में यह बहुत असरकारी है।
सीने में जमे हुए कफ को बाहर निकालने के लिए आप एक गर्म तौलिए का इस्तेमाल कर सकते हैं। सीने में जकड़न को ठीक करने के लिए यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। सबसे पहले आप एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करें, अब एक तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें और कुछ देर तक इसे अपनी छाती पर रखें। इससे सीने में तापमान बढ़ेगा और यह सीने में जमे बलगम को पतला कर देगा। इस प्रक्रिया को आप दो से तीन बार दोहराएं। इसके बाद 2 से 3 खांसी आने से यह बलगम बाहर निकल सकता है और आपको चेस्ट कंजेशन से राहत मिल सकती है।
जी हां, अदरक को सदियों से एक घरेलू नुस्खे के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। अदरक का तीखा स्वाद वायु मार्ग को आसानी से साफ करता है। अदरक में मौजूद जिंजरोल्स और शोगल्स यौगिक में रोगाणुरोधी और बलगम को निकालने वाले प्रभाव हो सकते हैं, जो सीने में जमे बलगम से राहत दिलाने में मदद करते हैं, खासकर जब यह संक्रामक होता है। एक अध्ययन से पता चला है कि अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हो सकते हैं और यह जमे हुए बलगम से भी आराम दिला सकता है। आप अदरक को हर्बल चाय में शहद के साथ भी इस्तेमाल कर सकते हैं और साथ ही इसके रस का उपयोग खाने में मिलाकर भी कर सकते हैं।