बुजुर्गों के शरीर में बल्ड प्लेटलेट का सामान्य से अधिक मात्रा में मौजूद होना कैंसर का संकेत हो सकता है। इंग्लैड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एग्जटर में किए गए एक शोध में यह जानकारी निकल कर आई है। इसमें कहा गया है कि 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों में रुधिर बिंबाणु यानी ब्लड प्लेटलेट का सामान्य से अधिक होना कैंसर की बीमारी की संभावना जताता है, जिसका पता लगने पर जांच की जानी चाहिए।
खून से जुड़ी प्रक्रियाओं में प्लेटलेट्स की भूमिका अहम मानी जाती है। लेकिन इसमें इनकी मात्रा आवश्यकता से अधिक होना थ्रोम्बोसाइटोसिस नामक कंडीशन को जन्म देता है, जो मेडिकल क्षेत्र के जानकारों के लिए कोई नया शब्द नहीं है। ताजा शोध में वैज्ञानिकों ने पाया है कि जिन बुजुर्ग लोगों में प्लेटलेट की संख्या सामान्य से ज्यादा होती है, उनमें कैंसर के मामले ज्यादा सामने आते हैं, विशेषकर पुरुषों में। ऐसे में इन विशेषज्ञों ने राय दी है कि ज्यादा प्लेटलेट होने की सूरत में इन बुजुर्ग पुरुषों के स्वास्थ्य की जांच की जानी चाहिए।
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ब्रिटेन की चर्चित मेडिकल पत्रिका ब्रिटिश जर्नल ऑफ जनरल प्रैक्टिस में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने ऐसे करीब तीन लाख लोगों से जुड़े डेटा का इस्तेमाल किया, जिनमें से कइयों के खून में प्लेटलेट सामान्य से ज्यादा संख्या में पाए गए थे। जांच में पता चला कि इनमें से कई लोग एक साल बाद कैंसर से ग्रस्त हो गए थे। उन्हें यह भी पता चला कि प्लेटलेट की संख्या में थोड़ा-सा असामान्य इजाफा भी कैंसर का कारण बन सकता है। अध्ययन के दौरान 68 हजार 181 पुरुषों में ब्लड प्लेटलेट का स्तर सामान्य से ज्यादा पाया गया। इनमें से 1,869 लोग एक साल के अंदर कैंसर से पीड़ित पाए गए, जिनमें 720 बुजुर्ग उम्र के थे। उच्च मात्रा में प्लेटलेट होने के चलते ज्यादातर पीड़ित फेफड़े के कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर का शिकार हुए थे। ये दोनों गंभीर कैंसर के रूप में जाने जाते हैं।
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इस तथ्य के बारे में जानने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ एग्जटर मेडिकल स्कूल की सीनियर रिसर्च फेलो और अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता डॉ. सारा बाइली कहती हैं, 'यह जानने के बाद कि ब्लड प्लेटलेट का सामान्य रेंज से ज्यादा होना लोगों को कैंसर दे सकता है, हमने जांच करना शुरू की। हमें पता चला है कि 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के लोगों में यह स्थिति होना उनके कैंसर से पीड़ित होने का कारण बन सकती है। ग्रुप प्रैक्टिस (एक मेडिकल टर्म) से जुड़े दिशा-निर्देशों को अपडेट करते हुए उच्च प्लेटलेट काउंट की जांच कर जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। कोविड-19 संकट के बाद आने वाले समय के लिहाज से यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है। इससे ग्रुप प्रैक्टिस करने वालों को कैंसर का अनुमान लगाने में मदद मिलेगी।'
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