जन्म के समय विकसित हुई कमियों के कारण कैंसर होने का खतरा आजीवन के लिए बना रह सकता है। एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है। इसके मुताबिक, जन्म दोष से प्रभावित लोगों में कैंसर से पीड़ित होने का अंदेशा उनके पूरी जीवनकाल में बना रहता है। आमतौर पर लोग इस बात से परिचित हैं कि जन्म के समय कमियां पैदा होने से बचपन में कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। अब नया रिसर्च कहता है कि यह खतरा वयस्क आयु में भी कायम रहता है।

अंतरराष्ट्रीय मेडिकल पत्रिका ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (बीएमजे) में प्रकाशित इस अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने नॉर्वे, स्वीडन, फिनलैंड और डेनमार्क के 62 हजार से ज्यादा कैंसर मरीजों की लगभग सवा सात लाख कैंसर-मुक्त लोगों से तुलना करने के बाद निष्कर्ष निकाला है कि जन्म दोष का कैंसर के खतरे से संबंध है, जिसका प्रभाव बचपन गुजरने के बाद भी बना रहता है।

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अध्ययन में जिन लोगों का स्वास्थ्य डेटा खंगाला गया है, उनकी उम्र 46 साल तक की थी। यह ज्ञात हुआ है कि ज्यादा बड़े बर्थ डिफेक्ट (चाहे जेनेटिक हो या गैर-जेनेटिक) के साथ पैदा हुए ज्यादातर लोगों में कैंसर का खतरा दूसरे समूह के कैंसर मुक्त लोगों की अपेक्षा 74 प्रतिशत ज्यादा था। वहीं, नॉनजेनेटिक डिफेक्ट के साथ पैदा हुए लोगों में इस जानलेवा बीमारी से ग्रस्त होने का खतरा 54 प्रतिशत अधिक था।

रिपोर्ट में बीएमजे ने बताया है कि कैंसर से जुड़े खतरे इस बात पर निर्भर करते हैं कि जन्म के समय संबंधित व्यक्ति में किस प्रकार की कमी विकसित हुई थी। मसलन, न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट के साथ पैदा हुए लोगों में कैंसर का जोखिम नॉन-डिफेक्ट लोगों की अपेक्षा पांच गुना अधिक पाया गया है। वहीं, डाउन सिंड्रोम जैसे जेनेटिक डिफेक्ट के साथ पैदा हुए लोगों में कैंसर विकसित होने का रिस्क छह गुना अधिक बताया गया है। हालांकि कुछ डिफेक्ट होने पर यह खतरा बिल्कुल नहीं होता, जैसे क्लेफ्ट पैलेट।

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हालांकि अध्ययन के परिणामों से जुड़े पहलुओं पर बात करते हुए इसकी प्रमुख लेखक और यूनिवर्सिटी ऑफ बर्गन (नॉर्वे) की प्रोफेसर डैगरन स्लेटेबो डाल्टवेट ने कहा है कि 50 साल से कम उम्र के लोगों में कैंसर होना दुर्लभ है और ऐसा होने का संपूर्ण खतरा भी कम ही पाया जाता है। लेकिन कैंसर और जन्म दोष आपस में जुड़े हैं, यह भी एक तथ्य है। प्रोफेसर डैगरन कहती हैं, 'जैसे किसी परिवार में कोई बीमारी पहले से चली आ रही हो, लेकिन जरूरी नहीं कि वह आगे भी जारी रहे। ठीक उसी तरह अगर कोई व्यक्ति जन्म दोष के साथ पैदा हुआ, इसका मतलब यह नहीं है कि उसे कैंसर होगा ही।'

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