पिंडली में दर्द से छुटकारा पाने के लिए पिंडली की तेल से मालिश करें। मालिश करने से मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है और मांसपेशियों को गर्माहट मिलती है। तेल मांसपेशियों को दर्द से राहत दिलाता है, कई प्रकार के तेल जैसे चीड़, लैवेंडर, अदरक और पुदीने के तेल से मालिश करने से मांसपेशियों का दर्द कम होता है और सूजन भी ठीक हो जाती है।
मांसपेशियों में खिंचाव आने की वजह से पिंडलियों में दर्द हो सकता है। अगर आपकी पत्नी को मांसपेंशियों में खिंचाव की वजह से ये प्रॉब्लम हुई है तो उनके लिए सबसे असरदार तरीका है 'स्ट्रेचिंग'। अपनी पत्नी को पैरों को स्ट्रेच करने वाली एक्सरसाइज करने के लिए कहें।
जी हां, घरेलू नुस्खों में लाल मिर्च से पिंडली में दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। लाल मिर्च में कैप्सैसिन होता है जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में आराम पहुंचाता है। आप इसका पेस्ट बनाकर पिंडली पर लगा सकते हैं। इसके लिए आप आधी चम्मच लाल मिर्च और इसमें थोड़ा जैतून या नारियल का तेल (गुनगुना) मिला कर इसका पेस्ट तैयार कर लें और फिर प्रभावित हिस्से पर लगाएं। दो मिनट के बाद इसे धो लें।
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सबसे सरल तरीका है कि आप ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। यदि आप नियमित रूप से पर्याप्त मात्रा में पानी पीते हैं तो आपको न केवल पिंडली के दर्द बल्कि कई अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल सकता है। दरअसल हमारे शरीर में नमी को बरकरार रखने के लिए पानी बेहद आवश्यक है, जाहिर है नमी की कमी से मांसपेशियों में जकड़न, दर्द इत्यादि समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इस वजह से आपको वर्कआउट करने के दौरान भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन अगर आप नियमित रूप से पानी पीते हैं तो यह इससे शरीर में मौजूद कई प्रकार के अनावश्यक और विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और हमें कई प्रकार की समस्याओं से बचाव एवं छुटकारा मिलता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम और मैग्नीशियम से युक्त होती हैं। इसी के साथ आप डाइट में पालक और ब्रोकली का सेवन करें।यह आपकी मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन को रोकने में मदद कर सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से मासिक धर्म में होने वाली ऐंठन को भी दूर करने में मदद मिल सकती है।
जी हां, आप बेकिंग सोडा का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप बेकिंग सोडा को एक लीटर पानी में मिलाकर दिन भर पिएं। यह कोई कठिन शारीरिक गतिविधि से होने वाले दर्द और मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन को कम करने में मददगार है।