आप अपनी जीवन शैली में बदलाव करके ब्रोंकाइटिस की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। एक अच्छी जीवन शैली बीमारियों से बचाती है। जब आप बीमार होते हैं, तो जीवन शैली में बदलाव करके जल्दी ठीक होने में मदद मिल सकती है और दोबारा किसी संक्रमण के होने से रोकती भी है। अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो एक स्वस्थ जीवन के लिए इसे दें। ऐसे वातावरण से बचें जहां वायु स्वच्छ न हो और अगर आप प्रदूषण के संपर्क में आ सकते हैं, तो बाहर जाने से पहले सर्जिकल मास्क पहनें। अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखें और एक हेल्दी डाइट लें, रोजाना लगभग 20 मिनट तक एक्सरसाइज करें और किसी संदिग्ध चीज को छूने या किसी बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोएं।
ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को आप घर में ही ठीक कर सकते हैं और इससे आराम पा सकते हैं। इसके लिए आप भाप लें। भाप बलगम को तोड़ने और पतला करने में मदद करती है, जिससे यह आसानी से निकल सकता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए एक बर्तन में पानी गर्म करें। पानी गर्म होने के बाद आप इसमें थोड़ा बाम डालें और अब अपने सिर को पानी से थोड़ी ऊंचाई पर स्थिर रखें और कम्बल से खुद को ढक लें। यह आपको खांसी, जुकाम, जमे हुए बलगम को पतला करने और सीने में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
आप भाप को शावर या स्नान के रूप में भी ले सकते हैं। इसलिए ब्रोंकाइटिस होने पर गर्म पानी से नहाएं। ब्रोंकाइटिस से छुटकारा पाने का एक अन्य तरीका गर्म तौलिए से सिकाई भी है। सीने में जकड़न को ठीक करने के लिए यह सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। सबसे पहले आप एक बड़े बर्तन में पानी गर्म करें, अब एक तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर निचोड़ लें और कुछ देर तक इसे अपनी छाती पर रखें। इससे सीने में तापमान बढ़ेगा और सीने में जमा बलगम पतला होगा। साथ ही ये स्वश्न नली में सूजन को भी कम करने में मदद करता है।
ब्रोंकाइटिस का एक मुख्य लक्षण थकान है। ब्रोंकाइटिस की वजह से आपको लंबे समय तक खांसी हो सकती है और संक्रमण भी बना रह सकता है। इससे अधिक थकान होती है। शोध का कहना है कि नींद इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है और संक्रमण से लड़ने में मदद भी करती है। इसलिए जब आप बीमार होते हैं, तो आपको अधिक नींद लेनी चाहिए और आराम करना चाहिए। नींद या आराम करते समय शरीर को क्षतिग्रस्त हुए ऊतकों को ठीक करने, नए ऊतकों को बनाने, मुख्य हार्मोन को रिलीज करने और एनर्जी को फिर से प्राप्त करने में मदद मिलती है। रात को सोते समय आप सिर को थोड़ा ऊंचा रखकर सोएं। इस पोजीशन में सोने से सांस लेने में होने वाली दिक्कत और सीने में जमे हुए बलगम से राहत भी मिलती है।
डॉक्टर सलाह देते हैं कि व्यस्क लोगों को एक दिन में 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए, जबकि छोटे बच्चों को प्रतिदिन 10 से 12 घंटे सोने की आवश्यकता होती है। एक अच्छी और पूरी नींद संक्रमण से लड़ने और ब्रोंकाइटिस से बचने में मदद कर सकती है।
आप ह्यूमिडिफायर की मदद से ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को ठीक कर सकते हैं जैसे सीने में जकड़न। ह्यूमिडिफायर हवा में नमी को बनाए रखता है जो बलगम को पतला करने में मदद करता है। यह खांसी व सीने में जमे हुए कफ को कम करने में भी मदद करता है। आप रात को घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। इसका इस्तेमाल करने से पहले घर की खिड़कियां व दरवाजे बंद कर लें, ताकि घर के तापमान में नमी बन सके। इसी के साथ गर्म पानी से भाप लेने और गर्म पानी से नहाने से भी ब्रोंकाइटिस को ठीक होने में मदद मिल सकती है।
जी हां, नमक पानी ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को ठीक करने में मदद कर सकता है। नमक पानी से गरारे करने से जमे बलगम को पतला होने और गले में दर्द को कम होने में मदद मिलती है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आप एक गिलास पानी गर्म करें और इसमें एक चम्मच नमक डालें। नमक को घोलने के बाद इस पानी से गरारे करें। आप इसे दिन में कितनी बार भी दोहरा सकते हैं। अगर नमक पानी से गरारे करने के बाद आपको मुंह का स्वाद अच्छा नहीं लगता है, तो आप सादे पानी से कुल्ला कर लें।