ब्लड प्रेशर चेक करते समय रीडिंग में जो दो नंबर नजर आते हैं, उन्हें ही सिस्टोलिक और डायस्टोलिक कहा जाता है. दिल धड़कते समय ब्लड को पंप करके धमनियों में भेजता है और इस दौरान ब्लड का दबाव सबसे ज्यादा होता है और इस दबाव को बताने वाला नंबर सिस्टोलिक (ऊपर का नंबर) कहलाता है. वहीं, जब दिल आराम करता है, तो उस समय ब्लड का दबाव कम होता है और इस कम दबाव को बताने वाला नंबर डायस्टोलिक (नीचे का नंबर) कहलाता है.
आप यहां दिए ब्लू लिंक पर क्लिक करें और हाई ब्लड प्रेशर का आयुर्वेदिक इलाज विस्तार से जानें.
आज यह लेख में आप सिस्टोलिक और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर के बीच के अंतर के बारे में विस्तार से जानेंगे -
(और पढ़ें - हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा)