अगर मधुमक्खी के डंक की वजह से बहुत ज्यादा एलर्जिक रिएक्शन नहीं हो रहा है तो जल्दी आराम पाने के लिए कच्चे आलू और प्याज को मधुमक्खी के डंक से होने वाले दर्द को ठीक करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों में ही सूजन कम करने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल करते समय आंखो का ध्यान रखें।
लहसुन में पोषक तत्वों से भरपूर है। आप लहसुन को मसल कर इसके रस को मधुमक्खी के डंक वाले प्रभावित हिस्से पर लगा दें और 20 मिनट के लिए इसे ऐसे ही छोड़ दें। यह नुस्खा काफी प्रभावशाली है।
पपीता दर्द से तुरंत आराम दिलाने में मदद करता है। पपैइन के अलावा, पपीते में कई अन्य प्रभावी एंजाइम होते हैं जो सूजन और जलन को ठीक करने में मदद करते हैं। मधुमक्खी के डंक मारने पर आप इसका इस्तेमाल कर सकते है। पपीते को मसल कर प्रभावित हिस्से पर लगाएं या पपीते की एक स्लाइस काटकर उसे कुछ देर के लिए मधुमक्खी की काटी हुई जगह पर रखें।
अगर आप बाहर हैं और मधुमक्खी के डंक वाली जगह को ठीक करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर सकते हैं तो आप इसके शुरूआती दर्द को कम करने के लिए थोड़ी गीली मिट्टी में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें और फिर इसका इस्तेमाल करें। घर पहुंचने पर इसे पानी से धो लें और फिर कच्चे आलू या लहसुन को पीसकर इस पर लगाएं।
पान का पत्ता भी दर्द से बहुत आराम दिला सकता है। आप अपनी उंगलियों के बीच में कुछ पत्ते रख सकते हैं। अगर डंक आपको किसी उंगली के ऊपर लगा हो तो आप कुछ पत्ते पीसकर इसका जूस प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
मधुमक्खी के डंक मारने पर सबसे पहले आप उस हिस्से को देखें जहां पर आपको डंक लगा है। मधुमक्खी के काटने पर उस हिस्से को रेशमी जालीदार कपडे से साफ करें और इससे डंक निकालने की कोशिश करें। आप इसे अपने नाखून या चिमटी से भी हल्का खींच कर निकाल सकते हैं। आप डंक वाली जगह को हाथ से दबाकर निकालने से बचें क्योंकि इससे जहर शरीर के अंदर काफी गहराई तक जा सकता है। डंक निकालने के बाद प्रभावित जगह को पानी और एंटीसेप्टिक साबुन या डिटॉल से साफ करें। सूजन और जलन को कम करने के लिए बर्फ से सिकाई करें।