किडनी की अच्छी सेहत के लिए इन चीजों को जोड़े डाइट में -
फूलगोभी
फूलगोभी के अदंर भरपूर मात्रा में विटामिन सी, विटामिन K, बी विटामिन, फोलेट आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसके साथ ही ये फाइबर का भी अच्छा स्रोत है. ऐसे में किडनी की अच्छी सेहत के लिए इसे अपनी डाइट में जोड़ा जा सकता है. इसके अंदर सोडियम 9 मिलीग्राम, पोटेशियम 176 मिलीग्राम , फास्फोरस 40 मिलीग्राम मौजूद हैं.
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी पोषक तत्वों से भरपूर होती है और ये एंटीऑक्सीडेंट के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है. ऐसे में आप किडनी को स्वस्थ रखने के लिए इसे अपनी डाइट में जोड़ सकते हैं. इसके अंदर सोडियम 1.5 मिलीग्राम, पोटेशियम 114 मिलीग्राम, फास्फोरस 18 मिलीग्राम आदि मौजूद हैं.
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फैटी फिश या वसायुक्त मछली
सैल्मन, टूना आदि मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है. इंसान का शरीर ओमेगा-3 फैटी एसिड नहीं बना सकता है. ऐसे में इसे आहार में जोड़ना जरूरी है. ओमेगा-3 फैटी एसिड वसा के स्तर को कम करने के साथ-साथ रक्तचाप के स्तर को भी कम कर सकता है. ध्यान दें कि हाई ब्लड प्रेशर से किडनी संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं ऐसे में किडनी की अच्छी सेहत के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड को अपना डाइट में जोड़ें.
लहसुन
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि स्वस्थ किडनी के लिए शरीर में अतिरिक्त नमक यानि सोडियम की मात्रा सीमित होनी चाहिए. लहसुन मैंगनीज, विटामिन सी और विटामिन बी 6 पाया जाता है और इसमें सल्फर यौगिक गुण और सूजन-रोधी गुण भी होते हैं. जो किडनी की सेहत को अच्छा बनाए रखने में मदद कर सकते हैं. लहसुन में सोडियम 1.5 मिलीग्राम, पोटेशियम 36 मिलीग्राम, फास्फोरस 14 मिलीग्राम मौजूद होता है.
जैतून तेल
जैतून का तेल किडनी को स्वस्थ बनाने में आपके बेहद काम आ सकता है. जैतून के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड वसा होता है, जिसे ओलिक एसिड भी कहा जाता है. मोनोअनसैचुरेटेड फैट उच्च तापमान पर स्थिर होते हैं. ऐसे में इस तेल का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जा सकता है. इस तेल के अंदर सोडियम 0.3 मिलीग्राम, पोटेशियम 0.1 मिलीग्राम, फास्फोरस 0 मिलीग्राम मौजूद हैं. ऐसे में ये किडनी को लंबे समय तक तंदुरुस्त रखने में मदद कर सकता है.
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हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी और पत्तेदार सब्जियां भी किडनी के लिए लाभदायक हैं. पालक, केल, ब्रोकली जैसी सब्जियों में फाइबर, मिनरल और अलग-अलग विटामिन्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं. जो किडनी की हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हैं. अगर किडनी डायलिसिस पर हैं, तो हरी सब्जियां न खाएं, क्योंकि इनमें पोटेशियम की मात्रा भी होती है. ये ऐसे मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.
सेब
सेब संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए ही काफी लाभदायक है. सेब में एक पेक्टिन नाम का फाइबर होता है, जो काफी सेहतमंद होता है. यह तत्व किडनी से जुड़ी समस्याओं जैसे किडनी डेमेज का रिस्क काफी कम करता है. साथ ही पेक्टिन ब्लड प्रेशर को सामान्य करने और कोलेस्ट्रॉल लेवल को स्थिर रखने में भी सहायक है. सेब खाने से मीठा खाने की क्रेविंग भी पूरी होती है.
पानी
पानी पीना किडनी के लिए काफी जरूरी है. क्योंकि हमारी सेल्स को टॉक्सिंस को ब्लड तक पहुंचाने और टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालने के लिए पानी की जरूरत होती है. इसलिए, किडनी को स्वस्थ रखने के लिए शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है.
होल ग्रेन
होल ग्रेन जैसे बाजरा, जौ व गेहूं की ब्रेड आदि किडनी के लिए लाभदायक हैं. इनमें काफी सारे पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो किडनी की बीमारियों से दूर रखने में सहायक होते हैं. इनमें मौजूद डाइटरी फाइबर से पाचन अच्छा रहता है. किडनी भी ठीक रहती हैं. साथ ही इनमें अलग-अलग विटामिन, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी मौजूद होते हैं.
शकरकंद
शकरकंद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. इसके कारण यह आसानी से ब्रेक डाउन हो कर शरीर द्वारा पचाया जा सकता है. इससे इंसुलिन लेवल भी बैलेंस रहता है. शकरकंद में विटामिन और मिनरल्स जैसे पोटेशियम शरीर में सोडियम का लेवल संतुलित बनाए रखने में मदद करते हैं. जो किडनी पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव से बचा सकते हैं. डायलिसिस वाले मरीजों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
आलू बुखारा
आलू बुखारा एक लो पोटैशियम फूड है. इसमें दैनिक जरूरत का 2% पोटेशियम होता है. ड्राई आलू बुखारा हो या फ्रेश दोनों का ही सेवन किडनी को मजबूत बनाएं रखने के लिए फायदेमंद है.
खीरा
खीरा पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें कैलोरी, प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम होता है. इसके अलावा फास्फोरस, फोलेट, विटामिन-K, विटामिन-ए और बी की भी मात्रा पाई जाती है. इसलिए, किडनी रोगों में इसका सेवन फायदेमंद है.
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