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बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) शरीर की ऊंचाई और वजन के आधार पर शरीर में अनुमानित फैट होती है। यह सीधे शरीर में मौजूद वसा को नहीं मापता है, बल्कि मौजूद फैट का एक लगभग अनुमान लगाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। बीएमआई यह निर्धारित करने में मदद करता है कि व्यक्ति का वजन सही है या नहीं।
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अधिक बीएमआई, शरीर पर बहुत अधिक वसा होने का संकेत होता है, जबकि कम बीएमआई शरीर पर बहुत कम वसा का संकेत होता है। व्यक्ति का बीएमआई जितना ज्यादा होता है उसमें हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी कुछ गंभीर रोग होने की उतनी ही अधिक संभावना होती है। बहुत कम बीएमआई भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। जैसे हड्डियां, इम्यून सिस्टम आदि कमज़ोर होना साथ ही एनीमिया आदि रोग होने की संभावना हो सकती है।
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बीएमआई शरीर के वजन के कारण पनपने वाली समस्याओं की स्क्रीनिंग में उपयोगी हो सकता है। हालांकि इसकी भी कुछ सीमाएं होती हैं। बीएमआई, एथलीट और उन व्यक्तियों में जिनमें बहुत अधिक मांस होता है, शारीरिक वसा की मात्रा बहुत अधिक बताता है। वृद्ध व्यक्तियों और अन्य लोगों में, जो शरीर की वसा की मात्रा को कम कर लेते हैं, उनमें भी बीएमआई कभी कभी गलत नतीजे बताता है।
बीएमआई की गणना किसी व्यक्ति की ऊंचाई के वर्ग को उसके वजन से विभाजित करके की जाती है।
वैसे तो इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) ने एक फ़ॉर्मूला दिया है, लेकिन हमने आपकी आसानी के लिए यह कैलकुलेटर बनाया है। इसमें बीएमआई की गणना करने के लिए, अपनी ऊंचाई फीट (feet) में और वजन किलोग्राम में डालें:
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) ने बी एम आई की यह श्रेणियाँ दी हैं:
बीएमआई श्रेणियाँ: अंतरराष्ट्रीय
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लेकिन हाल के शोध में पाया गया है कि भारतीयों के लिए उचित श्रेणियाँ इस प्रकार हैं -
बीएमआई श्रेणियाँ: भारतीय
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अमेरिका की "नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ" के मुताबिक तीन में दो वयस्कों को अधिक वजन और तीन में से एक को मोटापे से ग्रस्त माना जाता है। लगभग 17 प्रतिशत बच्चे और किशोर (2 से 19 वर्ष) मोटापे से ग्रस्त हैं।
ऊर्जा के असंतुलन के परिणामस्वरूप लोगों का वजन बढ़ता है। शरीर को कार्य करने के लिए भोजन से निर्मित ऊर्जा की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है। यह ऊर्जा उसको कैलोरी के रूप में प्राप्त होती है। आपका वजन आम तौर पर संतुलित तब रहता है जब आपका शरीर रोज़ाना उतनी कैलोरी बर्न करता है जितनी आप खा रहे हैं। यदि आप उस मात्रा से ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं, जितनी आपका शरीर बर्न करता है तो निश्चित तौर पर आपका वजन बढ़ेगा।
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ऊर्जा का असंतुलन निश्चित रूप से वजन बढ़ने के लिए ज़िम्मेदार होता है। हालांकि, आपका आदर्श वजन मुख्यतः अनुवांशिकता (Heredity) द्वारा निर्धारित होता है, साथ ही आपके द्वारा खाये जाने वाले खाद्य पदार्थों और आपके द्वारा किये जाने वाले व्यायाम पर भी करता है। अगर आपका बीएमआई ज्यादा है, तो स्वस्थ वजन पाने के लिए इसे कम करना बेहद ज़रूरी है। अधिक बीएमआई, गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों के उत्पन्न होने का कारण बन सकता है, जैसे:
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हालांकि, एक नए अध्ययन से पता चलता है कि शरीर में वसा न कि बीएमआई, उपर्युक्त स्वास्थ्य जोखिमों से सम्बंधित हैं। आप शरीर की वसा को कम कर सकते हैं और हर हफ्ते कम से कम तीन बार व्यायाम करके अपना वजन नियंत्रित कर सकते हैं। आपको खाने की कुछ आदतों का भी पालन करना चाहिए, जैसे जब भूख लगे तभी खाएं, पेट भर खाएं और ऐसा भोजन करें जिससे आपको सम्पूर्ण पोषक तत्व प्राप्त हों अर्थात संतुलित आहार लें। पोषण संबंधी काउन्सलिंग से आपको लाभ हो सकता है। आहार विशेषज्ञ आपको यह बता सकते हैं कि आपको वजन कम करने के लिए कौन से खाद्य पदार्थ और कितनी मात्रा में खाने चाहिए।
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जिस तरह अधिक बीएमआई के कारण स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं, ठीक उसी प्रकार बहुत कम बीएमआई से भी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। शरीर में पर्याप्त वसा की कमी से निम्न समस्याएं हो सकती हैं:
यदि आपका बीएमआई काफी कम है, तो अपने वजन के बारे में डॉक्टर से चर्चा करें। यदि आवश्यक होगा, तो वे आपको रोज़ खाने वाले भोजन की मात्रा में वृद्धि करने या वज़न बढ़ाने के लिए कौन से और कितना व्यायाम करना चाहिए, की सलाह देंगे। आहार विशेषज्ञ (Dietitian) भी आपको स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ाने के तरीके सीखने में मदद कर सकते हैं।
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