रैप्टन तरल एक पॉलीहेर्बल फॉर्मूलेशन है जो गर्भाशय से जुड़ी हुई विकारों को नियंत्रित करने और उनका इलाज करने के लिए है। यह एक पूर्ण गर्भाशय टॉनिक है। इसमें अशोक, नागकेशर, मस्ता, लोढ़रा, अमलाकी और लाजजलू से व्युत्पन्न अर्क शामिल हैं।
मुख्य सामग्रियों की भूमिका:
अशोक अत्यधिक रक्तस्राव, भीड़ और दर्द से संबंधित मासिक धर्म संबंधी विकारों के उपचार में प्रभावी है।
नागाकेरा मादक द्रव्य (अनियमित अंतरालों पर गर्भाशय से रक्तस्राव) से मुक्त होता है।
मस्सा में भड़काऊ गुण हैं, यह त्वचा के संक्रमण का इलाज करता है।
लोढ़ा प्रभावी रूप से अत्यधिक योनि स्राव को कम कर देता है।
अमालाकी मूत्र प्रणाली को स्वस्थ रखती है और गुर्दे को उत्तेजित करने के बिना अधिक विषों को बाहर निकालने में मदद करती है। यह अत्यधिक गर्भाशय के खून बह रहा नियंत्रण भी करता है।
लाजुल्ला गिरफ्तारियां रक्तस्राव और स्त्रीरोग संबंधी विकारों के लिए प्रभावी है।
रैप्टन तरल एक ऐसी सुरक्षित और प्रभावी तरीका है, जैसे कि डिस्फेन्क्शनल गर्भाशय रक्त स्राव (डीयूबी), पूर्व-मासिक धर्म सिंड्रोम, डिस्मेनेरोहाइआ, बांझपन और सहज-गर्भपात।
यह दीर्घकालिक राहत देता है और गर्भाशय स्वास्थ्य में सुधार करता है।
खुराक: चिकित्सकीय सलाह के तहत भस्म हो। चिकित्सक द्वारा निर्देशित के रूप में उपयोग करें
चिकित्सा पर्यवेक्षण के अंतर्गत उपयोग करें