पिगमेंटेशन यानि त्वचा में झाइयां एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा पर सामान्य त्वचा की तुलना में गहरे रंग के पैच बन जाते हैं. ये निशान अधिक काले तब होते हैं जब त्वचा में मेलेनिन की अधिकता हो जाती है. कुछ ऐसे बायोलॉजिकल फैक्टर भी हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जैसे विटामिन की कमी, हार्मोंस में बदलाव होना, आयरन अधिक होना, मेलेनिन का अधिक उत्पादन और मुंहासों या फुंसी के निशान इत्यादि. हाइपरपिग्मेंटेशन के भी कई कारण हो सकते हैं.
मेलास्मा (Melasma) एक सामान्य पिगमेंटेशन डिसऑर्डर है जिसके कारण त्वचा पर सामान्य त्वचा के मुकाबले गहरे ब्राउन रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, खासतौर पर चेहरे पर. मेलास्मा आपकी त्वचा का रंग बनाने वाली कोशिकाओं के अधिक उत्पादन के कारण होता है. हालांकि त्वचा में मेलेनिन की अधिकता हानिरहित है और कुछ उपचार इसे ठीक करने में मदद कर सकते हैं.
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आज इस लेख में हम जानेंगे कि क्या वाकई आयरन की कमी से मेलस्मा होता है.