तैलीय त्वचा वाली महिलाएं दूसरों का सामना करने में अक्सर संकोच करती हैं। ऑयली स्किन में अधिकतर बड़े बड़े छिद्र और दाने होते रहते हैं और त्वचा भी हर समय सुस्त, चिकनी और मोटी लगती है। इन लोगों की वसामय ग्रंथियां (Sebaceous glands), जो त्वचा में तेल का उत्पादन करती हैं और त्वचा पर चिकनाहट कायम रखती हैं, अधिक सक्रिय होती हैं। आम भाषा में कहा जाये तो त्वचा के रोमछिद्रों से अधिक तेल निकलने पर स्किन ऑयली हो जाती है। यह लड़कों और लड़कियों में यौवन आरम्भ (Puberty) के दौरान अधिक सक्रिय होती हैं।
तो आइये इस लेख में जानते हैं स्किन ऑयली होने के कारण, बचाव और उसका समाधान।
तैलीय त्वचा से बचाव - Oily skin prevention in Hindi
अक्सर, तैलीय त्वचा का कारण आनुवंशिक या हार्मोन संबंधी होता है, जिन्हें नियंत्रित नहीं किया जा सकता। इन मामलों में केवल चेहरे पर अतिरिक्त तेल का इलाज करने के उपाय किये जा सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि अगर यह समस्या बाहरी कारकों की वजह से हो रही है तो समय रहते आप उनसे बचने के उपाय कर लें। ऑयली स्किन की समस्या से बचने के उपाय निम्नलिखित हैं:
- अपने चेहरे को सही तरीके से धोएं
दिन में कम से कम दो बार चेहरा ज़रूर धोएं। एक बार सुबह और दोबारा रात को सोने से पहले। लेकिन इससे ज्यादा नहीं क्योंकि ज्यादा सफाई करने से त्वचा रूखी हो सकती है। गर्म या गुनगुने पानी का उपयोग भी त्वचा में रूखापन ला सकता है। कठोर साबुन और क्लीन्ज़र से भी दूर रहिये क्योंकि ये भी त्वचा को रूखा बना सकते हैं। त्वचा की सफाई के लिए अच्छा और उपयुक्त क्लीन्ज़र खरीदें। संभव हो तो ल्यूना मिनी 2 (LUNA mini 2) के संयोजन से बने क्लीन्ज़र का उपयोग करें क्योंकि ये तैलीय त्वचा के लिए उपयुक्त होते हैं। यह त्वचा के तैलीय छिद्रों को खोलने और चेहरे को चमक से मुक्त रखने में मदद करते हैं।
- सही तरीके मेकअप करें
उपयोग करने से पहले मेकअप के उत्पाद बनाने में उपयोग की गयी सामग्रियों की सूची पढ़ें और ये सुनिश्चित करें कि आपके सौंदर्य उत्पाद तेल मुक्त (oil-free) हों और मुँहासे पैदा करने वाले न हों। फेस पाउडर या ऐसे फाउंडेशन का उपयोग करें जिसमें पानी पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो और क्रीम के बजाय पाउडर ब्लश (Powder blush), आई शेडो (Eye shadow) आदि उपयोग करें। बस रात को सोने से पहले सारा मेकअप हटाकर सोयें। (और पढ़ें - 17 गज़ब की मेकअप ट्रिक्स)
- सही मॉइस्चराइज़र का प्रयोग करें
सुनने में तैलीय त्वचा को मॉइस्चराइज़ करना थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन ऐसा करना भी ज़रूरी होता है। ऑयली त्वचा को भी मॉइस्चराइज़ करने की आवश्यकता होती है, जिससे तैलीय ग्रंथियां अतिरिक्त तेल का उत्पादन न करें। आयल फ्री मॉइस्चराइज़र और सनस्क्रीन का उपयोग करने की कोशिश करें, लेकिन उसके लिए मेकअप हटाने वाली कोल्ड क्रीम या लोशन का उपयोग न करें क्योंकि वे त्वचा पर चिकनी परत बना सकती हैं।
- अच्छी तरह से भोजन करें और हाइड्रेटेड रहें
जिन लोगों को तैलीय त्वचा की समस्या नहीं है, लेकिन समय समय पर त्वचा के चिकनेपन से ग्रस्त हो जाते हैं उन्हें अपने खान पान पर ध्यान देने की ज़रूरत है। अपने प्रतिदिन के आहार में चीनी, डेयरी और कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें, क्योंकि अध्ययनों के अनुसार, ये ऑयली त्वचा की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसलिए जितना संभव हो प्राकृतिक खाद्य पदार्थ, ताजे फल और सब्जियां खाएं। यदि आप पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ नहीं ले रहे हैं, तो आपकी त्वचा रूखी हो सकती है, जिससे अधिक तेल का उत्पादन होता है। अपनी त्वचा को अच्छी तरह से हाइड्रेट रखने के लिए, आपको रोजाना कम से कम दो लीटर पानी पीना चाहिए। यदि आप आयल फ्री स्किन चाहते हैं तो कैफीन युक्त पेय और अल्कोहल का सेवन भी कम कर दें क्योंकि ये भी त्वचा के ऑयली होने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। (और पढ़ें - शरीर में पानी की कमी)
- पूरी नींद लें और तनाव मुक्त रहें
नींद की कमी और अत्यधिक तनाव दोनों की वजह से ही एण्ड्रोजन उत्पादन में वृद्धि होती है। इस हार्मोन की वजह से निश्चित तौर पर त्वचा से तेल निकलता है। इसलिए रात में पूरी नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है। शारीरिक व्यायाम भी इस समस्या से निपटने में मदद करते हैं, हालांकि ये आपके जीवन से तनाव को पूरी तरह से दूर करने में मुश्किल साबित हो सकते हैं। तनाव से छुटकारा पाने के लिए स्नान करें या कम से कम 10 मिनट के लिए मेडिटेशन का अभ्यास करें। (और पढ़ें - कम सोने के नुकसान)
- अपने चेहरे से तेल दूर करने का प्रयास करें
चेहरे के संपर्क में प्रतिदिन कई चीज़ें आती हैं जिनकी वजह से चेहरे पर तेल आ जाता है। इसलिए अपने हाथों और बालों को अपने चेहरे से दूर रखें क्योंकि इन दोनों में ही प्राकृतिक रूप से तेल होता है। इसके अलावा, अपने सेलफोन या टेलीफोन को साफ रखें। चेहरे की सफाई के लिए उपयोग करने वाला तौलिया बदलती रहें और मेकअप ब्रश को हर हफ्ते धोएं, क्योंकि इन सभी में आपके चेहरे और हाथों के संपर्क में आने से ऑयल आ जाता है।
यदि आप ऑयली स्किन को रोकने के उपायों को रोज़ करेंगे तो ऐसा करने से त्वचा से होने वाला अतिरिक्त सीबम (Sebum- तैलीय ग्रंथियों से निकलने वाला तेल) उत्पादन कम होता है। हर दिन अपनी त्वचा की देखभाल के लिए थोड़ा समय निकालने से आप आसानी से तैलीय त्वचा से बच सकती हैं या उसका इलाज कर सकती हैं।
तैलीय त्वचा का इलाज - Oily skin treatment in Hindi
हालांकि त्वचा से अत्यधिक तेल के उत्पादन को रोकने का कोई उपाय आसान नहीं होता है, लेकिन इस समस्या को नियंत्रित करने के कुछ तरीके हैं। इन तरीकों को जानने के निम्नलिखित विकल्प हैं:
- क्लीन्ज़र, टोनर और मॉइस्चराइज़र का रोज़ दो बार उपयोग करें
त्वचा की सफाई करने के लिए, सल्फर, सैलिसिलिक एसिड (Salicylic acid) या टी ट्री आयल (Tea tree oil) युक्त क्लीन्ज़र का उपयोग करें। ये सभी अतिरिक्त सीबम को कम करते हैं। ग्लाइकोलिक एसिड (Glycolic acid) भी त्वचा का तेल कम करने का एक अच्छा घटक है, क्योंकि यह त्वचा की सारी रंगत और बनावट को बेहतर बनाता है। त्वचा की सफाई करने के बाद, एक हल्के, अल्कोहल मुक्त टोनर का उपयोग करें जो क्लीन्ज़र द्वारा भी नहीं साफ़ हो पातीं। उसके बाद हल्का, आयल फ्री मॉइस्चराइज़र लगाएं। (और पढ़ें - तैलीय त्वचा से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय)
- हर दूसरे दिन एस्ट्रिंजेंट का उपयोग करें
यदि आपकी त्वचा अत्यधिक ऑयली है, तो आप रोमछिद्रों को कसने के लिए एस्ट्रिंजेंट (Astringent- त्वचा में कसाव लाने वाला उत्पाद) का उपयोग कर सकते हैं और अतिरिक्त आयल को हटा सकते हैं, लेकिन क्योंकि उसमें अल्कोहल का स्तर अधिक होता है, इसलिए कई लोगों की त्वचा इससे सूखने भी लगती है। इसका इस्तेमाल हर दूसरे दिन किया जाना चाहिए। और अपने चेहरे को एक्सफोलिएट (Exfoliate) करने के बाद कभी इसका उपयोग न करें।
- हफ्ते में एक बार त्वचा को एक्सफोलिएट करें
रोमछिद्रों को बढ़ने से रोकने के लिए एक्सफ़ोलीएटिंग बहुत अच्छा तरीका है। बहुत से लोग ऑयली स्किन के लिए आयल फ्री स्क्रब का उपयोग करते हैं। लेकिन चेहरे पर इसे कोमल हाथों से लगाना चाहिए वरना त्वचा में रूखापन आ सकता है।
- हफ्ते में एक बार फेस मास्क लगाएं
त्वचा की गहरायी से सफाई करने वाले फेस मास्क में चिकनी मिट्टी होती है जो त्वचा का अतिरिक्त तेल सोख सकती है, जिससे कई दिनों तक चेहरे की ऑयली चमक कम हो जाती है। इसलिए ऐसा मास्क चुनें जिसमें शहद या शीया बटर (Shea butter) मिक्स हो, जो त्वचा को कोमल बनाता है और इसे रूखा होने से रोकता है। हालांकि, ये मास्क भी आपके चेहरे को रूखा कर सकते हैं, इसलिए इनका उपयोग केवल उन जगहों पर करें जहां ऑयल ज्यादा हो।
- दिन भर के लिए आयल की चमक को नियंत्रित करें
जब आप सुबह मेकअप करें, तो सबसे पहले तेल नियंत्रित करने के लिए प्राइमर या बेस का उपयोग करें। यह पूरे दिन के लिए त्वचा के अतिरिक्त तेल को अवशोषित कर लेता है और त्वचा को ताजा और चमक मुक्त रखता है। आप अपने चेहरे के टी-जोन (T-zone) के सबसे ऊपरी हिस्से जैसे माथे और नाक पर अतिरिक्त सीबम को हटाने के लिए पाउडर भी उपयोग कर सकते हैं। इसके बाद भी यदि चेहरे की चमक कम नहीं हो रही है तो इस अतिरिक्त चमक से बचने के लिए आयल नियंत्रित करने वाले पेपर बाजार में मिलते हैं, उनका उपयोग करें। ये कागजात त्वचा को ड्राई नहीं होने देते हैं और मेकअप पर भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं।
- डॉक्टर से सलाह लें
जब कुछ भी काम न करे तो त्वचा विशेषज्ञ को दिखाएं। मुँहासे को रोकने वाली काफी दवाओं को ऑयली त्वचा के उपचार के लिए भी उपयोग किया जाता है। डॉक्टर कुछ अन्य ट्रीटमेंट द्वारा, त्वचा के रोमछिद्रों से आयल निकलने का तरीका बदल सकते हैं, जिससे त्वचा में तेल की मात्रा कम हो जाती है।
अन्य, उपचारों में हीट एनर्जी थेरेपी, डायोड लेजर थेरेपी आदि आते हैं, जो वसामय ग्रंथियों को नष्ट करते हैं। हालांकि, ये तकनीकें बहुत महंगी हो सकती हैं। इसके जोखिम अभी अज्ञात हैं। इनको अपनी त्वचा पर अपनाने से पहले एक अनुभवी त्वचा विशेषज्ञ से सलाह ले लें।