जीवन में सेहतमंद रहना बहुत जरूरी है और सेहतमंद रहने के लिए व्यायाम जरूरी है। फिर चाहे व्यायाम आपके शारीरिक लाभ से जुड़ा हो या फिर मानसिक स्वास्थ्य से। इसलिए आज लोगों में सेहत को लेकर सजगता आई है

अब लोग जिम जाने लगे हैं, जहां जाकर लोग शारीरिक रूप से फिट रहने की कोशिश करते हैं, मगर इस दौरान अधिकांश लोग मानसिक स्वास्थ्य को कुछ हद तक अनदेखा करते हैं। यही वजह है कि शारीरिक रूप से फिट रहने के बावजूद कई लोग मानसिक विकार और तनाव से गुजर रहे हैं, क्योंकि यह सच है कि आज आप और हम जितना शारीरिक रूप से एक्टिव होने की जुगत में लगे हैं। मानसिक रूप से यह सक्रियता हमारे अंदर उतनी ही कम है।

चूंकि जिम में सिर्फ भारी-भरकम डंबल उठाने से आप मानसिक रूप से फिट नहीं हो सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ अलग तरह की एक्सरसाइज करने की जरूरत होगी, जो आपको मानसिक रूप से तेज भी बनाएगी और फिट भी, तो कौन सी हैं वह एक्सरसाइज आइए आपको बताते हैं।

(और पढ़ें - मानसिक रूप से मजबूत बनने के तरीके)

नियमित रूप से दौड़ना
फिट रहने के लिए दौड़ना बहुत जरूरी है। इसके जरिए आपको वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है तो दौड़ने से आपका मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। चलने या दौड़ने से हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क में एक छोटा और घुमावदार हिस्सा है, जो लिम्बिक प्रणाली यानि भाव और याददाश्त में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है) में नई कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है।

इसके साथ ही दौड़ने से मानसिक तनाव को कम करने में मदद मिलती है, जो कि आज के दौर में एक आम समस्या है। वहीं, दौड़ना आपके मन की कार्यक्षमता और याद रखने की शक्ति को भी बेहतर बनाता है।

एरोबिक एक्सरसाइज
मानसिक स्वास्थ्य को और बेहतर बनाने के लिए एरोबिक एक्सरसाइज दूसरा विकल्प हो सकता है। एरोबिक को मेंटल हेल्थ के लिए काफी बेहतर माना जाता है। अगर आप हफ्ते में 150 मिनट (हल्के तरीके से) एरोबिक करते हैं, तो इससे आपको कई तरह से लाभ मिल सकता है। तमाम अध्ययनों से पता चलता है कि एरोबिक, व्यक्ति में डेमेंशिया (मनोभ्रंश), डिप्रेशन और चिंता जैसे मानसिक जोखिमों को कम करके याददाश्त को मजबूत बनाने में सहायक है।

(और पढ़ें - मानसिक रोग दूर करने के उपाय)

साइकिलिंग करना या साइकिल चलाना
वैसे तो साइकिल चलना शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए अच्छा माना जाता है। मगर साइकिल की सवारी आपको मानसिक रूप से तंदुरुस्त रखने में भी मदद करती है। दरअसल जब कोई व्यक्ति साइकिल चलाता है तो उस समय मस्तिष्क में खून का प्रवाह तेजी से बढ़ता है, जो कि दिमाग में नई काशिकाओं को बनाता और कार्यक्षमता में भी सुधार होता है।

इसके अलावा साइकिल चलाने से उच्च रक्तचाप यानि हाई बीपी की समस्या से निजात मिलती है। साथ ही यह शरीर में कोर्टिसोल (तनाव पैदा करने वाले हार्मोन) और एड्रेनालाइन के स्तर को नियंत्रित करता है।

योग करना जरूरी
योग जितना प्रभावशाली कुछ नहीं है। योग से दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है। योग आपके मस्तिष्क को शांत रखने के साथ एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में भी सहायक होता है। इतना ही नहीं, योग आपके अंदर तनाव के स्तर को कम करके याददाश्त को बढ़ाने में काफी फायदेमंद साबित होता है।

(और पढ़ें - मानसिक रोग का आयुर्वेदिक इलाज)

कुल मिलाकर देखा जाए तो शारीरिक रूप से फिट रहने के साथ-साथ हमें मानसिक रूप से भी सेहतमंद रहना बहुत जरूरी है। मानसिक रूप से मजबूत रहने पर हमारी याददाश्त बेहतर होती है और सोचने व समझने की शक्ति बढ़ जाती है। इसलिए इन चार एक्सरसाइज के जरिए आप अब शारीरिक रूप से फिट रहेंगे और मानसिक रूप से हिट भी रहेंगे।

ऐप पर पढ़ें