सेहतमंद और फिट रहने के लिए हमारे शरीर को तमाम तरह के विटामिन्स और खनिज पदार्थों की जरूरत होती है। जैसे- आयरन, कैल्शियम, मैग्नेशियम, आयोडीन, सोडियम समेत अन्य कई ऐसे मिनरल्स हैं जो स्वस्थ शरीर की जरूरत को पूरा करते हैं। इनमें से सभी का अपना-अपना योगदान होता है और एक तरह से हम प्रतिदिन अपने आहार में इन्हें शामिल करने की कोशिश करते हैं।
हालांकि, इन सबके बीच प्रोटीन एक ऐसा पदार्थ है, जिसे हम सिर्फ खाने की प्लेट के जरिए पूरा नहीं कर सकते हैं। इसलिए यह सवाल उठता है कि क्या अलग से प्रोटीन (सप्लीमेंट) लेना हमारे लिए फायदेमंद होगा, क्योंकि कई लोग जिम में एक्सरसाइज के दौरान काफी मात्रा में प्रोटीन सप्लीमेंट या पाउडर का इस्तेमाल करते हैं और कई अन्य लोग भी व्यायाम के बाद प्रोटीन लेते हैं, लेकिन क्या यह हर किसी व्यक्ति के लिए जरूरी है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि बेवजह उचित मात्रा से अधिक प्रोटीन के सेवन से कोई फायदा नहीं होता।
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क्या कहती है रिसर्च?
अमेरिका के इंडियाना में वेस्ट लाफेयेट में पर्ड्यू विश्वविद्यालय के न्यूट्रिशन साइंटिस्ट ने एक नई रिसर्च के जरिए यह पाया कि प्रोटीन का सेवन केवल कुछ परिस्थितियों में लाभदायक हो सकता है। अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ऑफ एग्रिकल्चर (यूएसडीए) के मुताबिक प्रोटीन की रोजाना की जरूरत की तुलना में अगर आप वजन घटाने या फिट रहने के लिए ठीक प्रकार की डाइटिंग नहीं कर रहे हैं, तो प्रोटीन का अधिक सेवन करने से कोई बेहतर लाभ नहीं होगा।
- आहार से जुड़ी जरूरतों को लेकर यूएसडीए बताता है कि हमारे शरीर को प्रति किलोग्राम वजन (बॉडी वेट) के आधार पर करीब 0.8 ग्राम प्रोटीन (रोजाना) चाहिए होता है।
- इसके तहत पुरुषों (जो बैठे रहते हैं या जिनका काम बैठकर होता है) को औसतन 56 ग्राम (प्रतिदिन) प्रोटीन की आवयश्कता होती है, जबकि इसी तरह से महिलाओं को 46 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है।
- यहां ध्याय रखना जरूरी है कि जो लोग टाइप 2 डायबिटीज से ग्रसित हैं उन पर यह थ्योरी लागू नहीं होती।
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क्या हैं प्रोटीन के स्रोत
प्रोटीन सप्लीमेंट के अलावा प्रोटीन की कमी को दूर करने के कई विकल्प हैं। मसलन हम अपने खानपान के जरिए भी पर्याप्त प्रोटीन ले सकते हैं। प्रोटीन के अच्छे और प्राकृतिक स्रोत हैं, जैसे-
- दाल और आटा
- कच्ची सब्जियां
- दूध और दही
- राजमा या लोबिया
- सोयाबीन
- मूंगफली और मेवे
- अंडा, चिकन और मछली
विशेषज्ञों की राय
रिसर्च के मुख्य लेखक जोशुआ हड़सन बताते हैं कि आज विज्ञापन के तौर पर बहुत से ऐसे विकल्प हैं जो आपको प्रोटीन युक्त आहार के लिए प्रेरित करते हैं और यह रिसर्च उनका समर्थन भी करती है, लेकिन इनकी कुछ शर्तें हैं।
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जैसे- शरीर में ताकत बढ़ाने और वजन घटाने के लिए अधिक मात्रा में प्रोटीन लेना सहायक या सही हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सभी के लिए और हर समय पर यह कथन सही या उचित हो।
लेखक जोशुआ हड़सन का कहना है कि यह शोध केवल यह जानने के लिए नहीं किया गया था कि क्या वयस्कों में प्रोटीन के अधिक सेवन से फायदा होता है या नहीं। बल्कि रिसर्च इसलिए जरूरी थी, क्योंकि यह डायटरी सप्लीमेंट के उन नियमों के खिलाफ है, जो प्रोटीन की उचित मात्रा के लिए सुझाव के तहत बताए गए थे। चूंकि अधिकांश वयस्क ऐसे हैं जो उचित मात्रा (डायटिशियन द्वारा सुझाई गई मात्रा) से अधिक प्रोटीन लेते हैं। इसलिए प्रोटीन के सेवन को लेकर लोगों के अंदर पैदा हो रहे मिथक को दूर करना जरूरी है।
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इस रिपोर्ट के आधार पर अगर देखें तो बिना डाइट और एक्सरसाइज के प्रोटीन का अधिक (जैसे- प्रोटीन सप्लीमेंट या पाउडर) सेवन आपको कोई फायदा नहीं देगा। हां, प्रोटीन फिटनेस के लिहाज से सबसे जरूरी पदार्थों में से एक जरूर है, लेकिन रिसर्च के जरिए अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि यदि आप वजन घटाने या फिट रहने के लिए सही प्रकार की डाइटिंग नहीं कर रहे हैं, तो प्रोटीन का अधिक सेवन करने से कोई लाभ नहीं होगा।