आयुर्वेदिक जड़ी बूटी को पानी में डालकर पीना एक प्राचीन प्रथा है जिसका उपयोग बीमार के इलाज के लिए वर्षों तक नैचुरोपैथी में किया गया है। जड़ी-बूटियों और मसालों के आसानी से मिलने के कारण, इन उपचार जलों को घर पर बनाया जा सकता है। इस चिकित्सा पानी को तैयार करने का कारण यह है कि जड़ी-बूटियों और मसालों को पानी में डालने से उनमें निहित तेल पानी में निकल जाते हैं, जिनमें कई प्रकार के चिकित्सकीय गुण होते हैं। पानी को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली चिकित्सीय साधन के रूप में माना जाता है और कुछ जड़ी-बूटियों या मसालों को इसमें भिगोने से इसकी चिकित्सा शक्ति और बढ़ जाती है। तो चलिए जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण उपचार जलों के बारे में -