एस्प्रिन दवा का कम से कम सेवन करने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। शोधकर्ताओं को क्रॉनिक वायरल हेपेटाइटिस लिवर इन्फेक्शन और एस्प्रिन दवा के प्रभाव से जुड़े अनजान तथ्य का पता चला है। जानी-मानी स्वास्थ्य पत्रिका ‘न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जो लोग एस्प्रिन दवा का इस्तेमाल कम से कम या बिल्कुल नहीं करते हैं, उनमें लिवर कैंसर का खतरा भी कम होता है। रिपोर्ट में एक अध्ययन के हवाले से बताया गया कि इसमें शामिल लोगों में से जिन्होंने एस्प्रिन की कम खुराक (प्रतिदिन 163 मिलीग्राम से कम) ली थी, उनमें लिवर कैंसर होने या लिवर से संबंधित बीमारी से मरने की आशंका 31 प्रतिशत तक कम थी।
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