परिचय:
सिर के किसी भी क्षेत्र में दर्द व पीड़ा जैसी सनसनी महसूस होने को सिरदर्द कहा जाता है। सिर में दर्द की समस्या एक बार या बार-बार हो सकती है। यह दर्द सिर या चेहरे के एक हिस्से या कई हिस्सों में महसूस हो सकता है। कुछ प्रकार के सिर दर्द ऐसे होते हैं, जिनमें सिर के एक ही तरफ दर्द होता है, इस स्थिति को आधे सिर का दर्द भी कहा जाता है। लंबे समय से किसी प्रकार का तनाव या चिंता आदि रहना आमतौर पर आधे सिर दर्द का मुख्य कारण होता है। मेनिनजाइटिस और इन्सेफेलाइटिस जैसे कुछ प्रकार के गंभीर संक्रमण भी सिर में दर्द का कारण बन सकते हैं।
सिर में होने वाला दर्द कई प्रकार से महसूस हो सकता है, जैसे हल्का दर्द, तीव्र दर्द, पीड़ा महसूस होना और सिर में जलन जैसा महसूस होना आदि। आधे सिर के दर्द में तनाव से होने वाले दर्द से लेकर माइग्रेन और यहां तक कि क्लस्टर सिरदर्द तक शामिल हो सकते हैं। यदि आप इस बात से चिंतित हैं कि कहीं आपका आधे सिर का दर्द कोई गंभीर समस्या का संकेत तो नहीं, तो इसका पता लगाने के लिए आपको जल्द से जल्द डॉक्टर के दिखा लेना चाहिए। स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर को आमतौर पर मरीज के स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी और उसका शारीरिक परीक्षण करने की आवश्यकता पड़ती है।
आधे सिर के दर्द से बचाव व उसकी रोकथाम करने के लिए कुछ सामान्य तरीके अपनाए जा सकते हैं, जैसे स्वस्थ भोजन खाना, रोजाना कम से कम 8 घंटे की नींद लेना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, नियमित रूप से व्यायाम करना और तनाव से बचने की कोशिश करना। आधे सिर के दर्द से ग्रस्त ज्यादातर लोगों को कुछ सामान्य तरीके अपनाने से काफी हद तक दर्द से आराम मिल जाता है, जैसे अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करना, शरीर व मस्तिष्क को शांत रखने के तरीके सीखना और कई बार कुछ टेबलेट आदि लेकर भी आधे सिर के दर्द से राहत मिल जाती है। आधे सिर के दर्द का इलाज करने के लिए कई प्रकार की दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे एनाल्जेसिक, बीटा ब्लॉकर, डिप्रेशन को रोकने वाली दवाएं और मिर्गी को रोकने वाली दवाएं।
(और पढ़ें - मिर्गी के दौरे क्यों आते हैं)
- आधे सिर का दर्द क्या है? - What is Headache in side of the head
- आधे सिर में दर्द के प्रकार - Headache in side of the head Types in Hindi
- आधे सिर दर्द के लक्षण - Headache in side of the head Symptoms in Hindi
- आधे सिर के कारण व जोखिम कारक - Headache in side of the head Causes & Risk Factors in HIndi
- आधे सिर में दर्द को कैसे ठीक करें? - Prevention of Headache in side of the head in Hindi
- आधे सिर में दर्द की जांच कैसे करें? - Diagnosis of Headache in side of the head in Hindi
- आधे सिर के दर्द का इलाज - Headache in side of the head Treatment in Hindi
- आधे सिर दर्द की जटिलताएं - Headache in side of the head Complications in Hindi
- सारांश
आधे सिर का दर्द क्या है? - What is Headache in side of the head
आधे सिर का दर्द क्या है?
सिर, खोपड़ी या गर्दन में किसी प्रकार की तकलीफ या दर्द होने की स्थिति को सिरदर्द कहा जाता है। सिर में महसूस होने वाला दर्द सिर की किसी एक तरफ या दोनों तरफ महसूस हो सकता है। बहुत ही कम मामलों में सिरदर्द से कोई गंभीर समस्या हो पाती है।
(और पढ़ें - सिर दर्द से छुटकारा पाने के उपाय)
आधे सिर में दर्द के प्रकार - Headache in side of the head Types in Hindi
आधे सिरदर्द के कितने प्रकार हैं?
सिर के एक हिस्से में होने वाले सिरदर्द के मुख्य तीन प्रकार होते हैं:
- टेंशन सिरदर्द:
यह थकान, भावनात्मक तनाव और गर्दन व जबड़े से जुड़ी मांसपेशी या जोड़ में किसी प्रकार की समस्या होने के कारण होता है। यह दर्द सिर के किसी एक हिस्से में भी हो सकता है। (और पढ़ें - थकान दूर करने के उपाय)
- माइग्रेन:
यह टेंशन सिरदर्द के मुकाबले कम हो पाता है, लेकिन यह उससे कहीं ज्यादा गंभीर होता है। माइग्रेन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में दो से तीन गुना ज्यादा होता है। हर व्यक्ति में माइग्रेन होने का कारण अलग-अलग हो सकता है, लेकिन माइग्रेन से ग्रस्त सभी व्यक्तियों में सिर दर्द पैदा करने वाले कारण कई बार एक जैसे सामान्य होते हैं। इनमें थकान, नींद की कमी, भावनात्मक तनाव और कैफीन का अधिक सेवन शामिल है। (और पढ़ें - अच्छी नींद के उपाय)
- क्लस्टर सिरदर्द:
इसके मामले काफी कम देखे जाते हैं, लेकिन यह सभी प्रकार के सिर दर्द के मुकाबले अत्यधिक गंभीर होता है। यह पुरुषों में महिलाओं से पांच गुना ज्यादा बार होते देखा गया है। हालांकि क्लस्टर सिरदर्द किसी को भी हो सकता है, लेकिन विशेष रूप से अधिक उम्र के वयस्क जो धूम्रपान करते हैं उनमें क्लस्टर सिरदर्द के मामले अधिक देखे जा सकते हैं। इसमें ज्यादातर सिर का एक तरफ का हिस्सा ही प्रभावित होता है और उसमें अत्यधिक तेज दर्द होता है।
आधे सिर दर्द के लक्षण - Headache in side of the head Symptoms in Hindi
आधे सिरदर्द के क्या लक्षण हैं?
आधे सिरदर्द के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं:
माइग्रेन:
यह एक गंभीर प्रकार का सिरदर्द होता है, जिस में सिर में काफी पीड़ा महसूस होती है और यह अक्सर आधे सिर को ही प्रभावित करता है। माइग्रेन का दर्द अक्सर आंख के आस-पास या आंख के पिछले क्षेत्र से शुरू होता है, जो धीरे-धीरे पूरे सिर में फैल जाता है। (और पढ़ें - माइग्रेन के लिए योग)
माइग्रेन में गंभीर दर्द व पीड़ा की सनसनी महसूस होने के साथ-साथ निम्न समस्याएं भी होने लगती हैं:
- रोशनी के प्रति अतिसंवेदनशीलता
- धुंधला दिखाई देना
- जी मिचलाना
- ध्वनि के प्रति अतिसंवेदनशीलता
(और पढ़ें - मतली को रोकने के उपाय)
क्लस्टर सिरदर्द:
इस में लगातार तीव्र दर्द महसूस होता है, जो आमतौर पर आंखों के आस-पास से शुरू होता है। क्लस्टर सिरदर्द में होने वाला दर्द सिर के आस-पास के अन्य भागों में भी फैल सकता है, जैसे चेहरा, गर्दन और कंधे आदि।
क्लस्टर सिरदर्द में होने वाले अन्य लक्षण जैसे:
- आंखें लाल होना
- आंखों से पानी आना
- बेचैनी
- प्रभावित आंख में सूजन होना
- चेहरे पर सूजन आना
- त्वचा पीली या लाल हो जाना (और पढ़ें - पीलिया के लक्षण)
- नाक बंद होना या नाक बहना
(और पढ़ें - बंद नाक खोलने के उपाय)
टेंशन सिरदर्द:
टेंशन सिरदर्द में ये लक्षण महसूस होते हैं:
- सिर की एक तरफ गंभीर दर्द महसूस होना, जो आंख के पीछे से शुरू होता है और माथे या सिर के पिछले हिस्से में फैल जाता है।
- गर्दन व कंधे की मांसपेशियों में अकड़न होना
- शाम के समय दर्द और गंभीर होना
(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द के घरेलू उपाय)
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
बहुत की कम मामलों में आधे सिर का दर्द कोई इमर्जेंसी स्थिति पैदा करता है। यदि आपके सिर में चोट आदि लगने के कारण आपके आधे सिर में दर्द हो रहा है, तो उसी समय डॉक्टर के पास जाकर दिखाएं। इसके अलावा यदि आपको आधे सिर में दर्द के साथ अन्य लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए, जैसे:
- सिरदर्द के कारण रात को उठना
- बुखार होना (और पढ़ें - बुखार में क्या खाना चाहिए)
- गर्दन अकड़ना
- स्पष्ट रूप से ना बोल पाना (और पढ़ें - बोलने में दिक्कत का इलाज)
- कमजोरी आना
- कम दिखाई देना (कुछ मामलों में अंधापन)
- दोहरा दिखाई देना
(और पढ़ें - कमजोरी दूर करने के नुस्खे)
यदि आपको अचानक से आधे सिर में दर्द महसूस होने लगा है या दर्द इतना गंभीर है कि जिसके कारण आपकी नींद खुल जाती है, तो इस स्थिति में आपको जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए।
(और पढ़ें - दूर दृष्टि दोष का कारण)
आधे सिर के कारण व जोखिम कारक - Headache in side of the head Causes & Risk Factors in HIndi
आधे सिर में दर्द क्यों होता है?
काफी सारे लोगों को सिर के एक ही तरफ (आधे सिर में) दर्द महसूस होता है।
आधे सिर में दर्द होने के कारण हो सकते हैं:
- ओसीपिटल न्यूरेलिया (Occipital neuralgia): यह स्थिति तब होती है, जब रीढ़ की हड्डी के ऊपरी हिस्से से खोपड़ी में जाने वाली नसों में सूजन व लालिमा आ जाती है या फिर वे क्षतिग्रस्त हो जाती है।
- टेम्पोरल अार्टराइटिस (Temporal arteritis): इस स्थिति में सिर व गर्दन की धमनियों में सूजन आ जाती है। (और पढ़ें - धमनी की बीमारी का इलाज)
- चेहरे की नसों मे दर्द (Trigeminal neuralgia): इस स्थिति के कारण चेहरे और सिर में लगातार तीव्र दर्द होने लगता है। इसमें अक्सर आधे सिर में ही दर्द होता है।
- रिबाउंड सिरदर्द (Rebound headache): दर्द निवारक दवाओं को सामान्य से अधिक लेने से अक्सर यह समस्या हो जाती है।
(और पढ़ें - सिर दर्द होने पर क्या करना चाहिए)
आधे सिर में दर्द होने का खतरा कब बढ़ता है?
कुछ स्थितियां हैं, जो आधे सिर में दर्द का कारण बनती हैं, जैसे:
- साइनस संक्रमण (और पढ़ें - साइनस में क्या खाएं)
- ठीक से नींद ना ले पाना (और पढ़ें - गहरी नींद आने के उपाय)
- मोटापा (और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट)
- गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव या गांठ बनना
- चिंता (और पढ़ें - चिंता दूर करने के उपाय)
- सिर दर्द की दवाएं अधिक लेना
- खर्राटे
- कैफीन युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करना
- डिप्रेशन (और पढ़ें - डिप्रेशन के उपाय)
- एक समय का भोजन छोड़ना
- अन्य कई समस्याएं जो लंबे समय तक रहती हैं, आधे सिरदर्द का कारण बन सकती है।
आधे सिर में दर्द को कैसे ठीक करें? - Prevention of Headache in side of the head in Hindi
आधे सिर दर्द की रोकथाम कैसे करें?
आधे सिर में दर्द के कुछ ऐसे प्रकार भी हैं, जिनकी रोकथाम नहीं की जा सकती। हालांकि कुछ तरीके अपना कर दर्द के लक्षणों को कम किया जा सकता है।
- थोड़ा बहुत समय खुले वातावरण में बिताने की कोशिश करें। खासकर यदि आपको अधिक रोशनी, आवाज या दुर्गंध के कारण सिरदर्द हो रहा है, तो वहां से किसी खुले व शांत वातावरण में जाने की कोशिश करें। (और पढ़ें -
- ब्रिंथिंग एक्सरसाइज करने से आधे सिर का दर्द कम हो जाता है और चिंता व तनाव भी कम होने लग जाते हैं। (और पढ़ें - माइग्रेन के लिए एक्यूप्रेशर)
- सिर के पिछले हिस्से की सिकाई करें।
- डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। (और पढ़ें - पानी की कमी को दूर करने के उपाय)
- गर्म पानी में नहाएं। (और पढ़ें - गर्म पानी से नहाने के फायदे)
- लंबे समय तक स्क्रीन को ना देखें, यदि आप लंबे समय से फोन या टीवी में देख रहें हैं या लंबे समय से कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं, तो बीच-बीच में कुछ मिनट के लिए अपनी नजर स्क्रीन से हटाते रहें जिससे आंखों को आराम मिल जाता है।
- अधिक कसी हुई हेयर स्टाइल ना बनाएं, जैसे पोनीटेल आदि।
- शारीरिक मुद्रा में सुधार करें, ताकि गर्दन, सिर और कंधों पर अधिक तनाव ना पड़े।
- अधिक तेज या चमकती रौशनी, अधिक तेज आवाज या तीव्र दुर्गंध से दूर रहें।
- यदि गर्दन या कंधे की किसी मांसपेशी में अधिक खिंचाव आ गया है, तो हल्के-हल्के उसकी मालिश करें। (और पढ़ें - मांसपेशियों में ऐंठन के उपचार)
- छोटी सी नींद लेने से भी थकान के कारण होने वाला आधे सिर का दर्द ठीक हो जाता है। (और पढ़ें - आँखों की थकान दूर करने के उपाय)
- कैफीन व अल्कोहल वाले पदार्थों का सेवन ना करें। शराब, चाय, कॉफी व अन्य एनर्जी ड्रिंक आदि को जितना हो सके कम पीएं।
(और पढ़ें - सांस लेने में दिक्कत के लक्षण)
आधे सिर में दर्द की जांच कैसे करें? - Diagnosis of Headache in side of the head in Hindi
आधे सिर में दर्द का परीक्षण कैसे करें?
स्थिति की जांच करने के लिए डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे। इसके अलावा डॉक्टर आपसे आपके स्वास्थ्य संबंधी पिछली जानकारी ले सकते हैं और आपके लक्षणों के बारे में पूछ सकते हैं।
(और पढ़ें - लैब टेस्ट)
कुछ मामलों में डॉक्टर आपको सिरदर्द के विशेषज्ञ के पास भेज सकते हैं, जिसे न्यूरोलॉजिस्ट कहा जाता है।
डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर ही आपके आधे सिर में दर्द की जांच कर सकते हैं। लेकिन यदि डॉक्टर को यह ना पता चल पाए कि आपके आधे सिर में दर्द किस कारण से हो रहा है, तो यह पता करने के लिए डॉक्टर कुछ टेस्ट कर सकते हैं:
- ब्लड टेस्ट:
इसकी मदद से संक्रमण का पता लगाया जाता है, क्योंकि कुछ प्रकार के संक्रमण भी आधे सिर के दर्द का कारण बन सकते हैं, जैसे मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी का संक्रमण। इसके अलावा खून टेस्ट की मदद से खून में विषाक्त पदार्थ या रक्त वाहिकाओं संबंधी समस्याओं का भी पता लगाया जा सकता है। (और पढ़ें - ब्लड टेस्ट क्या है)
- क्रेनिकल सीटी स्कैन:
इस टेस्ट की मदद से मस्तिष्क को देखा जाता है। इस टेस्ट में मस्तिष्क में ट्यूमर, संक्रमण, खून बहना और मस्तिष्क क्षतिग्रस्त होने जैसी समस्याओं का पता लगाया जा सकता है। (और पढ़ें - सीटी स्कैन कैसे करते हैं)
- सिर का एमआरआई स्कैन:
इस टेस्ट की मदद से रक्तवाहिकाओं व मस्तिष्क की काफी स्पष्ट तस्वीरें प्राप्त की जाती हैं। जिसकी मदद से मस्तिष्क व तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं और स्ट्रोक व संक्रमण जैसी समस्याओं का पता लगा लिया जाता है।
(और पढ़ें - एमआरआई स्कैन क्या है)
आधे सिर के दर्द का इलाज - Headache in side of the head Treatment in Hindi
आधे सिर में दर्द का इलाज कैसे किया जाता है?
- आधे सिर में दर्द के ज्यादातर प्रकारों का इलाज दर्दनिवारक दवाओं के साथ किया जाता है। ईबूप्रोफेन व एस्पिरिन जैसी कुछ दवाएं डॉक्टर की पर्ची के बिना भी मेडिकल स्टोर से मिल जाती है।
- यदि आधे सिर का दर्द किसी अंदरुनी समस्या के कारण हो रहा है, तो डॉक्टर अंदरुनी समस्या के अनुसार सबसे बेहतर इलाज प्रदान करते हैं।
- माइग्रेन के लिए निवारक दवाएं और टेंशन सिरदर्द के लिए मांसपेशियों को शांत करने वाली दवाएं देते हैं। (और पढ़ें - गर्भवस्था में सिरदर्द का इलाज)
- क्लस्टर सिरदर्द का इलाज शुद्ध ऑक्सीजन इन्हेलेशन प्रक्रिया के द्वारा किया जाता है।
- यदि आधे सिर के दर्द का कारण साइनस इन्फेक्शन है, तो एंटीबायोटिक व अन्य दवाओं की मदद से इन्फेक्शन का इलाज किया जाता है। जब इन्फेक्शन खत्म हो जाता है, तो आधे सिर का दर्द अपने आप ठीक हो जाता है। (और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का इलाज)
- माइग्रेन के लक्षण गंभीर नहीं हैं, तो इसका इलाज कुछ प्रकार की ओटीसी (मेडिकल स्टोर से डॉक्टर की पर्ची के बिना मिलने वाली दवाएं) दवाओं के साथ भी किया जा सकता है, जैसे एसिटामिनोफेन और ईबूप्रोफेन।
- अगर दर्द बहुत अधिक है तो अन्य दवाएं भी दी जा सकती है।
(और पढ़ें - माइग्रेन में क्या खाना चाहिए)
यदि आधे सिर में दर्द के लक्षण अधिक गंभीर हैं, तो अन्य प्रकार के इलाज की आवश्यकता भी पड़ सकती हैं:
ये दो प्रकार के इलाज होते हैं, एक्युट ट्रीटमेंट (तीव्र इलाज) या प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट (रोकथाम करने वाले इलाज):
- एक्युट ट्रीटमेंट का इस्तेमाल आधे सिर में दर्द के लक्षणों के गंभीर बनने से रोकने के लिए किया जाता है। इस इलाज मे निम्न शामिल हैं,
- नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs)
- सुमेट्रिप्टेन
- जोल्मिट्रिप्टेन
- एर्गोटामिन
- डॉक्टर नियमित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली इलाज प्रक्रिया के रूप में प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इलाज का मुख्य लक्ष्य बार-बार हो रहे आधे सिर दर्द को कम करना है। प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट प्रक्रिया में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं जिनमें निम्न शामिल हैं:
- बीटा ब्लॉकर
- डिप्रेशन की रोकथाम करने वाली दवाएं (Antidepressants)
- कैल्शियम चैनल ब्लॉकर (और पढ़ें - कैल्शियम की कमी का इलाज)
- एंटी एपिलेप्टिक (मिर्गी की रोकथाम करने वाली) दवाएं (और पढ़ें - मिर्गी रोग के उपाय)
- यदि टेंशन के कारण आधा सिरदर्द हो रहा है या उसका कारण गर्दन संबंधी कोई समस्या है तो शारीरिक थेरेपी की मदद से भी उसका इलाज किया जा सकता है। यदि आपकी गर्दन की किसी मांसपेशी में खिंचाव आ गया है, इससे गर्दन में अकड़न हो जाती है और सिर की नस दब जाती है, जिसके परिणामस्वरूप प्रभावित नस की तरफ सिर में दर्द होने लग जाता है। (और पढ़ें - थेरेपी क्या है)
फिजियोथेरेपिस्ट प्रभावित क्षेत्र को छूकर व थोड़ा हिलाकर देखते हैं और आपको मांसपेशियों को स्ट्रेच करने की कुछ तकनीक भी बता सकते हैं। इन तकनीकों को ठीक तरीके से करने से आपको लंबे समय तक आराम रहता है।
(और पढ़ें - स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करने के तरीके)
आधे सिर दर्द की जटिलताएं - Headache in side of the head Complications in Hindi
आधे सिर में दर्द से क्या समस्याएं होती हैं?
सिर का दर्द एक प्रचलित समस्या है, जो लगभग सभी को जीवन में कभी ना कभी प्रभावित करती है।
आधे सिर में दर्द के ज्यादातर प्रकार किसी चिंता का कारण नहीं बनते। आमतौर पर कुछ दवाओं, जीवनशैली में बदलाव व अन्य घरेलू उपायों की मदद से इसके लक्षण कुछ मिनट से कुछ घंटों के अंदर ही ठीक हो जाते हैं।
मेनिनजाइटिस या सिर पर लगने वाली चोट आदि के कारण होने वाला आधे सिर के दर्द के साथ मतली और उल्टी जैसी लक्षण भी देखे जा सकते हैं। यदि इन कारणों से होने वाले सिर दर्द की जांच ना की जाए, तो यह गंभीर समस्याएं पैदा कर देता है और अंत में मरीज की मृत्यु तक का कारण भी बन सकता है।
(और पढ़ें - क्रिप्टोकोकल मेनिनजाइटिस के लक्षण)
सारांश
आधे सिर का दर्द, जिसे माइग्रेन भी कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन जटिल समस्या है, जो मुख्य रूप से न्यूरोलॉजिकल और पर्यावरणीय कारणों से होती है। यह दर्द अक्सर सिर के एक हिस्से में तीव्र धड़कन या चुभन जैसा महसूस होता है और इसके साथ मतली, उल्टी, और रोशनी या आवाज़ के प्रति संवेदनशीलता हो सकती है। माइग्रेन के कारणों में तनाव, नींद की कमी, हार्मोनल परिवर्तन, गलत खानपान, धूम्रपान, और आनुवंशिक कारक शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, कुछ ट्रिगर जैसे तेज गंध, चमकदार रोशनी, या मौसम में बदलाव भी माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं। उचित निदान, ट्रिगर से बचाव, और डॉक्टर की सलाह से दवाओं का उपयोग माइग्रेन के प्रबंधन में सहायक होता है।