पेट में सूजन होना कोई आम बात नहीं होती, यह समस्या किसी को भी किसी भी कारण हो सकती है। पेट की सूजन असल में पेट की परत के ऊपर होती है और इसे गेस्ट्राइटिस भी कहा जाता है। पेट में कीटाणुओं के कारण अल्सर बनने लगते हैं और आगे चल के यह सूजन का रूप ले लेते हैं। इसके मुख्य कारण अधिक मात्रा में पानी और शराब हो सकता है।
पेट में सूजन होने के कारण कुछ भी खा पाना मुश्किल हो जाता है। अगर भारी भोजन कर लेते हैं तो उबकाई, मतली और उल्टी आने की संभावना बढ़ जाती है। पेट में सूजन के कारण उल्टी खून, पीले रंग या साफ पानी जैसी भी आ सकती है, यह पूरी तरह से पेट की सूजन की गंभीरता पर निर्भर करता है। गेस्ट्राइटिस का मुख्य कारण अधिक दवाइयों का सेवन भी हो सकता है तो ऐसे में इसे ठीक करने के लिए और अधिक दवाई खाना एक अच्छा विकल्प नहीं होगा। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसे घरेलू उपाय लेकर आए हैं जो आपकी पेट में सूजन संबंधी समस्या को मिनटों में दूर कर देंगे वो भी बिना किसी हानिकारक प्रभाव के।
मार्केट की दवाइयां इस्तेमाल करने से पहले अच्छा यह रहेगा की आप एक बार घरेलू उपायों को आजमा कर देखें। घरेलू उपाय पूरी तरह से प्राकृतिक जड़ी-बूटियों व औषधियों के उपयोग से बने होते हैं जिसकी वजह से इनका आपके शरीर पर कभी भी कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ सकता। अगर 1 हफ्ते के बाद भी आपके पेट की सूजन ठीक नहीं हो पा रही हो तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना की चाहिए क्योंकि हो सकता है यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो।
- पेट में सूजन के लिए लहसुन के फायदे - Pet mein sujan ka gharelu upay hai lahsun
- पेट में सूजन के लिए ग्रीन टी के फायदे - Green tea se karein gastritis ka ilaj
- पेट में सूजन के लिए लौंग के तेल के फायदे - Loung ka tel hai pet mein sujan ka desi nuskha
- पेट में सूजन के लिए सेब के सिरके के फायदे - Pet mein sujan ka rambaan ilaj hai seb ka sirka
- पेट में सूजन के लिए अदरक के फायदे - Ginger se karein apne gastritis ko dur
- पेट में सूजन के लिए दही के फायदे - Pet mein sujam ka gharelu upchar hai dahi
- पेट में सूजन के लिए हल्दी के फायदे - Pet mein sujan ke liye gharelu nuskhe mein karein haldi ka upyog
- पेट में सूजन के लिए बेकिंग सोडा के फायदे - Baking soda se karein gastritis ka ghar par ilaj
- सारांश
पेट में सूजन के लिए लहसुन के फायदे - Pet mein sujan ka gharelu upay hai lahsun
कई अध्ययनों में यह सामने आया है की लहसुन पेट में होने वाली सूजन के लक्षणों को कम करने में कारगर होता है।
आवश्यक सामग्री
इस्तेमाल का तरीका
कच्चे लहसुन को खाने से काफी फायदा होता है, लेकिन अगर किसी को लहसुन का स्वाद पसंद नहीं आता है तो वह लहसुन को पीनट बटर या खजूर के साथ भी खा सकता है। इसके लिए लहसुन को पीस लें और इसके बाद एक चम्मच में पीनट बटर के साथ खाए, इसके अलावा आप लहसुन के पेस्ट को खजूर पर लगा कर भी खाएंगे तो वह थोड़ा स्वादिष्ट लगेगा।
कब इस्तेमाल करें
लहसुन को आप दिन में 2 से 3 बार खा सकते हैं, जब तक आपके पेट की सूजन के लक्षण खत्म न हो जाएं।
पेट में सूजन के लिए ग्रीन टी के फायदे - Green tea se karein gastritis ka ilaj
ग्रीन टी में कई एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हमारे पेट में एक प्रभावी सुरक्षा कवच की तरह काम करते है, इसके अलावा ग्रीन टी सूजन के लक्षणों को कम करने में भी मदद करती है। अगर आपको लंबे समय से पेट में सूजन है तो इसे ग्रीन टी से ठीक किया जा सकता है।
आवश्यक सामग्री
- 1 कप पानी
- 1 चम्मच ग्रीन टी
- 1 चम्मच शहद
इस्तेमाल का तरीका
- पानी को पहले गर्म कर लें
- गरम पानी में कुछ देर के लिए ग्रीन टी भिगोएं
- अब इसे छान लें और इसमें शहद अच्छे से मिला लें
- पीने लायक तापमान होने पर इसे पिएं
कब इस्तेमाल करें
एक कप ग्रीन टी सुबह और एक कप शाम के समय पिएं।
पेट में सूजन के लिए लौंग के तेल के फायदे - Loung ka tel hai pet mein sujan ka desi nuskha
लौंग के तेल में भी भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो गेस्ट्राइटिस के कारण पेट के तनाव को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ इस तेल में एंटीइंफ्लेमेटरी (सूजन को कम करने वाले) गुण भी होते हैं जो गेस्ट्राइटिस के लक्षणों से आराम दिलाते हैं।
आवश्यक सामग्री
- 2-3 चम्मच लौंग का तेल
इस्तेमाल का तरीका
- लौंग के तेल को आप अपने खाने में शामिल कर सकते हैं
- इसके अलावा अगर आप चाहें तो इससे अपने प्रभावित हिस्से की मालिश भी कर सकते हैं
कब इस्तेमाल करें
पेट की सूजन से ग्रस्त व्यक्ति के लिए दिन में 2 से 3 चम्मच लौंग के तेल का सेवन आवश्यक बताया गया है।
पेट में सूजन के लिए सेब के सिरके के फायदे - Pet mein sujan ka rambaan ilaj hai seb ka sirka
सेब के सिरके में मौजूद एसिडिक गुण पेट में होने वाली संकुचन और गेस्ट्राइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। सेब का सिरका पेट में एसिड के उत्पादन को रोकता है और पेट के संतुलन में सुधार करता है।
आवश्यक सामग्री
- 1 गिलास पानी
- 1 चम्मच सेब का सिरका
- 1 चम्मच शहद
इस्तेमाल का तरीका
- एक गिलास पानी लें और उसमें सेब का सिरका मिलाएं
- अब इसमें ऊपर से एक चम्मच शहद डाल लें
- तीनों को अच्छे से मिला लें और फिर पी लें
कब इस्तेमाल करें
सिरके के इस मिश्रण का उपयोग महीने में एक या दो बार से अधिक ना करें।
पेट में सूजन के लिए अदरक के फायदे - Ginger se karein apne gastritis ko dur
अदरक में अधिक एंटीऑक्सीडेंट्स और केमिकल्स होते हैं जो कई तरह के रोगों को ठीक करने में मदद करते हैं। इसके निस्संक्रामक (संक्रमण खत्म करने वाले) यौगिक पेट की सूजन और संकुचन संबंधी समस्याओं से आराम प्रदान करते हैं। 2011 में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि सामान्य रूप से अदरक खाने से सूजन के रोग 1 महीने के अंदर ही कम होने लगते हैं।
आवश्यक सामग्री
- ½ चम्मच अदरक
- 1 कप पानी
इस्तेमाल का तरीका
वैसे तो अदरक का सबसे बेहतरीन फायदा उसे सीधे खाने से होता है लेकिन आप चाहें तो अदरक को पानी में भी उबाल कर उसके मिश्रण को पी सकते हैं। इसके अलावा अदरक की हर्बल चाय भी फायदेमंद साबित होगी।
कब इस्तेमाल करें
इस प्रक्रिया को रोजाना सुबह 1 बार इस्तेमाल करें जब तक आपके पेट की सूजन कम या खत्म ना हो जाए।
पेट में सूजन के लिए दही के फायदे - Pet mein sujam ka gharelu upchar hai dahi
एक अध्ययन में इस बात का पता लगाया है कि रोजाना एक कप प्रोबायोटिक्स युक्त दही अपने आहार में शामिल करने से हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (एक हानिकारक बैक्टीरिया) को नष्ट करके पेट में सूजन जैसी बीमारी को ठीक किया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि दही में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर के बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता को बढ़ाते हैं और पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं।
आवश्यक सामग्री
- 1 कटोरी दही
इस्तेमाल का तरीका
- दही को अपने सुबह के नाश्ते के साथ लिया जाता है
- इसके अलावा आप चाहें तो दही को अपने दोपहर के नाश्ते में भी खा सकते हैं
कब इस्तेमाल करें
पेट में सूजन के मरीज को रोजाना 1 से 2 कप दही के सेवन की सलाह दी जाती है।
पेट में सूजन के लिए हल्दी के फायदे - Pet mein sujan ke liye gharelu nuskhe mein karein haldi ka upyog
हल्दी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट्स गुण होते हैं। यह गेस्ट्रोइटिस के इलाज का एक अच्छा विकल्प है। हल्दी में करक्यूमिन नाम का पदार्थ सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है जो कि कई वर्षो से एक औषधि की तरह इस्तेमाल की जाती रही है। करक्यूमिन में एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीकैंसर (कैंसर को नष्ट करना) गुण होते हैं।
आवश्यक सामग्री
- 1 चम्मच हल्दी
- 1 कप पानी
- 1 कटोरी दही या 1 केला
इस्तेमाल का तरीका
- एक कटोरी में पानी डालें
- अब इसमें हल्दी और दही को अच्छे से मिलाकर उनका पेस्ट तैयार कर लें
- आप चाहें तो दही की जगह केले का भी इस्तेमाल कर सकते हैं
- अब इस पेस्ट को नाश्ते या दोपहर के समय खाएं
कब इस्तेमाल करें
इस प्रक्रिया को रोजाना 1 बार इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
पेट में सूजन के लिए बेकिंग सोडा के फायदे - Baking soda se karein gastritis ka ghar par ilaj
बेकिंग सोडा में एल्कलाइन पीएच (शरीर में एसिड की मात्रा को संतुलित करना) होता है और यह सीने में जलन और पेट की सूजन का एक कारगर घरेलू उपाय माना जाता है। यह पेट में मौजूद सभी एसिड को संतुलित करके सूजन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
आवश्यक सामग्री
- 1 गिलास पानी
- आधा चम्मच बेकिंग सोडा
इस्तेमाल का तरीका
- बेकिंग सोडा को पानी में तब तक मिलाएं जब तक की उसके ऊपर की झाग न चली जाए
- अच्छे से मिक्स होने के बाद अब इस घोल को एक बार में पी जाएं
कब इस्तेमाल करें
इस उपाय को एक हफ्ते में सिर्फ एक ही बार इस्तेमाल करें।
पेट में सूजन व पेट से संबंधित समस्याएं तनाव के कारण भी विकसित हो सकती हैं, इन स्थितियों का इलाज करने के लिए तनाव को कम करना बहुत जरूरी होता है।
तनाव को कम करने के लिए आप निम्न तकनीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं
साथ ही अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें, दिन में कम से कम 3-4 लीटर पानी जरूर पिएं।
सारांश
पेट में सूजन को ठीक करने के लिए कुछ आसान घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं। सबसे पहले, अदरक की चाय पीना या अदरक का सेवन करना लाभकारी होता है, क्योंकि यह पाचन में सुधार करता है और सूजन को कम करता है। पेपरमिंट चाय भी पेट की गैस और सूजन को दूर करने में सहायक है। फाइबर युक्त आहार, जैसे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज, पाचन तंत्र को संतुलित रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, खूब पानी पीना और नियमित रूप से हल्का व्यायाम करना भी पेट की सूजन को कम करने में महत्वपूर्ण होता है। तनाव प्रबंधन के लिए योग और ध्यान भी कारगर साबित हो सकते हैं। यदि सूजन बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।