डिमेंशिया होने पर व्यक्ति की याददाश्त, सोच और व्यवहार प्रभावित होता है. इसके लक्षण और व्यवहार संबंधित समस्याएं समय के साथ ठीक हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि डिमेंशिया के रोगी का ध्यान रखने वाले लोग घरेलू उपचार से उनकी मदद करें. सही खान-पान, गहरी नींद व एक्टिव रहने में उनकी मदद जैसे घरेलू उपचार के जरिए डिमेंशिया के लक्षणों में धीरे-धीरे सुधार आ सकता है.
आज इस लेख में आप डिमेंशिया के घरेलू उपचार के बारे में जानेंगे -
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डिमेंशिया के घरेलू उपचार
डिमेंशिया के रोगियों की रोजाना की आदतें उनकी भावनाओं को प्रभावित करती हैं. डिमेंशिया के रोगी को घर में पूरी तरह से सहायता की जरूरत पड़ती है, तभी डिमेंशिया के लक्षणों में सुधार आ सकता है. डिमेंशिया के रोगी की देखभाल कर रहे लोगों को उनकी रोजाना की आदतों में बदलाव लाने में मदद करने की जरूरत पड़ती है.
खान-पान में बदलाव, गहरी नींद, एक्टिव रहने में सहायता और उनके ब्रेन को चैलेंज करने जैसे घरेलू उपचार की मदद से डिमेंशिया के रोगियों के लक्षण में सुधार आ सकता है. आइए, डिमेंशिया के घरेलू उपचार के बारे में विस्तार से जानते हैं -
एक्टिव रहना
डिमेंशिया के रोगियों का एक्टिव रहना जरूरी है, फिर चाहे सैर की जाए या डांस किया जाए. डिमेंशिया बुजुर्गों को ही होता है, तो यह ध्यान रखना उनके साथ के लोगों के लिए जरूरी है कि उनका वर्क आउट सुरक्षित हो. शोध भी कहते हैं कि एक्सरसाइज करने से एंग्जायटी या डिप्रेशन जैसे डिमेंशिया के लक्षणों में सुधार आ सकता है.
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गहरी नींद
डिमेंशिया के कई रोगियों के लक्षण दोपहर के बाद ज्यादा प्रभावित करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि उनका रूटीन शांति वाला हो. इसलिए, उन्हें शाम के समय चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए. दिन में सोने से भी परहेज करना सही रहता है. शाम के बाद टीवी भी देखने की सलाह नहीं दी जाती है.
रात को गहरी नींद सोने के लिए इस्तेमाल करें आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर स्लीपिंग टेबलेट्स.
सही खान-पान
व्यक्ति जो भी खाता-पीता है, इससे न सिर्फ उसका स्वास्थ्य बल्कि ब्रेन भी प्रभावित होता है. अच्छी आदतों में वह शक्ति होती है, जिससे डिमेंशिया के लक्षणों में सुधार आने लगता है. इसके लिए माइन्ड (MIND) डाइट लेने की सलाह दी जाती है. इस डाइट में वैसी चीजें खाने के लिए कहा जाता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं. माइन्ड डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बेरी, बीन्स, साबुत अनाज, फिश, पॉल्ट्री व ऑलिव ऑयल शामिल है. इसमें रेड मीट, मक्खन, चीज, मिठाई और तली भुनी चीजें खाने से मना किया जाता है.
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ब्रेन को चैलेंज
डिमेंशिया के घरेलू उपचार में ऐसी चीजें करने की सलाह दी जाती हैं, जिससे ब्रेन को चैलेंज मिलता है. फिर चाहे यह पियानो सीखना हो या चेस जैसा कोई खेल खेलना.
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ऑर्गनाइज रहना
घर में ऑर्गनाइज रहने के लिए जो भी किया जा सकता है, करने की कोशिश करनी चाहिए. कैलेंडर में महत्वपूर्ण तारीखों पर चिह्न लगाना ऐसा ही एक काम है. इसी तरह मोबाइल फोन पर भी रिमाइंडर सेट किए जा सकते हैं.
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म्यूजिक थेरेपी
डिमेंशिया के रोगियों को बेचैनी और घबराहट की समस्या रहती है. इसे कम करने में म्यूजिक थेरेपी की मदद ली जा सकती है. इसके लिए शांत और मनपसंद म्यूजिक सुनने से बेचैनी और घबराहट को कम होने में सहायता मिल सकती है.
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सारांश
डिमेंशिया के रोगियों को लक्षण के तौर पर याददाश्त में कमी, बेचैनी, घबराहट और डिप्रेशन हो सकता है. इन लक्षणों को कम करने के लिए जरूरी है कि उनका ध्यान रखने वाले लोग घरेलू उपचार की मदद लें, जिसमें म्यूजिक थेरेपी, सही खान-पान, गहरी नींद और एक्टिव रहना शामिल है. हालांकि, डिमेंशिया के रोगियों के उपचार के लिए डॉक्टर ही बेहतर तरीके से बता सकता है, क्योंकि हर रोगी के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं और एक ही इलाज सभी के लिए कई बार सही नहीं होता है.
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डिमेंशिया के घरेलू उपचार के डॉक्टर

Dr. Hemant Kumar
न्यूरोलॉजी
11 वर्षों का अनुभव

Dr. Vinayak Jatale
न्यूरोलॉजी
3 वर्षों का अनुभव

Dr. Sameer Arora
न्यूरोलॉजी
10 वर्षों का अनुभव
