कोरोना वायरस (सार्स सीओवी-2) की वजह से फैलने वाली बीमारी कोविड-19 ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लिया हुआ है। दुनियाभर में करीब 26 लाख लोग इस बीमारी से संक्रमित हैं और करीब एक लाख 80 हजार लोगों की जान जा चुकी है। भारत में भी इस बीमारी से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 20 हजार के पार जा चुका है और मृतकों की संख्या 600 से अधिक है। इस बीमारी ने दुनिया की रफ्तार को जैसे ब्रेक लगा दिया है। अभी तक इसका कोई इलाज नहीं ढूंढ़ा जा सका है, इसलिए दुनियाभर में इसके संक्रमण को और अधिक फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन को ही सबसे अच्छा विकल्प माना गया है। देर-सबेर लॉकडाउन को खत्म करके हम सब अपने-अपने कामों की तरफ लौटेंगे और बच्चे भी स्कूल जाना शुरू कर देंगे। धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर आ जाएगी, लेकिन इस संक्रामक बीमारी का सबसे खतरनाक दौर भी वही हो सकता है।

आप और हम सब बड़ी बेसब्री से इस लॉकडाउन के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। हर किसी के दिल में बस एक ही अरमान है कि जैसे ही लॉकडाउन खत्म होगा हम अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और साथियों से मिलेंगे। लेकिन अधीर ना हों! अपने दोस्तों, परिवारजनों और साथियों की याद आ रही है तो, भी ऐसी गलती ना करना। भले कुछ दिन बाद लॉकडाउन खुलने की घोषणा कर दी जाए, लेकिन आप खुद पर नियंत्रण रखें और कोई भी ऐसा काम करने से बचें जो आपकी और आपके अपनों की जिंदगी को खतरे में डाल दे।

संयम की असली परीक्षा अभी बाकी है
यह तो आप जानते ही हैं कि लॉकडाउन का यह समय हमारे संयम की अच्छे से परीक्षा ले रहा है। लेकिन हमारा असली टेस्ट तो तब होगा, जब ये लॉकडाउन खत्म हो जाएगा। अभी न जाने आप नियमों का कितना पालन कर रहे हैं, लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद नियमों का सख्ती से पालन और भी जरूरी हो जाएगा। ताकि आप और आपके परिजन इस संक्रमण से आगे भी बचे रहें, यह हमारी जिम्मेदारी भी है। जब हर कोई अपनी जिम्मेदारी को निभाएगा तभी हम आगे बढ़ पाएंगे और कोरोना संक्रमण की श्रंखला तो तोड़ पाएंगे!

लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी आप न निकलें बाहर
अगर आपकी उम्र 60 साल से ज्यादा है, आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं या किसी अन्य वजह से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी खुद को घर की चाहरदीवारी के भीतर ही बंद रखें। असल में कोरोना वायरस आपके संयम की ही परीक्षा है। जब तक इस संक्रमण का कोई इलाज नहीं मिल जाता, तब तक खतरा बना हुआ है। वैक्सीन बनाने की कोशिशें भी जारी हैं, इसमें सफलता मिलने पर भी परिस्थितियों में सुधार आ जाएगा। इसलिए अगर आप खुद को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो तब तक घर पर ही रहें। फिर बात सिर्फ आपकी सुरक्षा की नहीं है। अगर आप खुद की चिंता किए बिना बाहर चले भी जाते हैं और अगर आप संक्रमित हो जाएंगे तो घर आकर अपने परिवजनों को भी संक्रमित कर देंगे। आप यह तो कतई नहीं चाहेंगे कि आपके परिवार के लोग कोरोना से संक्रमित हों, इसलिए घर पर ही रहें।

लॉकडाउन खुलने के बाद अगर आपको काम करने के लिए या जरूरी चीजें लेने के लिए बाहर जाना पड़ता है तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का खास ध्यान रखने की जरूरत है। इसमें उन तीन बातों को बिल्कुल ना भूलें जो आपने लॉकडाउन के दौरान सीखी हैं -  1. सोशल डिस्टेंसिंग, 2. मास्क का इस्तेमाल, 3. हाथों की सफाई

1. समाजिक दूरी के नियम को न भूलें
भारत में लॉकडाउन का यह दूसरा चरण चल रहा है। पहले चरण में 21 दिन और दूसरे चरण में 19 दिन का लॉकडाउन घोषित किया गया है। जरूरत पड़ी तो तीसरे चरण का लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है। लंबे लॉकडाउन के बाद जब अपने दोस्तों, साथियों और परिवारजनों से मिलें तो उनसे कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें। लंच ब्रेक, वॉक और मीटिंग के दौरान भी फिजिकल डिस्टेंस को हर हाल में बनाकर रखें। लॉकडाउन खुल जाने का मतलब खतरा खत्म होना नहीं होता, इसलिए भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। यदि संभावित भीड़भाड़ वाली जगह पर जाना जरूरी हो तो ऐसे वक्त में जाएं, जब वहां आमतौर पर भीड़ नहीं होती।

लॉकडाउन के दौरान भी तो आप मीटिंग में शामिल होते ही हैं। लॉकडाउन खुलने के बाद भी यदि संभव हो तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही मीटिंग जारी रखें। जब तक कोविड-19 का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, तब तक अपने दोस्तों से भी मिलने की कोशिश न करें। उनके साथ सोशल मीडिया और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में रहें।

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2. मास्क रहेगा जरूरी
लॉकडाउन खुल जाने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना संक्रमण का संकट खत्म हो गया है। इसलिए जब भी बाहर जाएं तो नाक-मुंह को अच्छी तरह से ढककर ही बाहर जाएं। इसके लिए आप कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं और घर में बने मास्क भी उपयोग में ला सकते हैं। अगर आप सर्जिकल मास्क पहनने की सोच रहे हैं तो बता दें कि सर्जिकल मास्क स्वास्थ्यकर्मियों, मरीजों और उनके तामीरदारों के लिए जरूरी हैं। यदि आम लोग इनका इस्तेमाल करेंगे तो जिन लोगों को इनकी असल में जरूरत है, उनके लिए इसकी कमी हो जाएगी। आप घर में बने कपड़े के कवर का इस्तेमाल करें, बस इस बात का ध्यान रखें कि इससे आपके नाक और मुंह अच्छी तरह से ढक जाएं।

जब भी बाहर जाएं तो मास्क जरूर पहनें और इस बात का भी ध्यान रखें कि उसके बाहरी हिस्से को कतई न छुएं। इसके अलावा कभी भी मास्क को पलटकर पहनने की कोशिश ना करें। एक बार मास्क का इस्तेमाल करने का बाद घर आकर उसे अच्छी तरह से धो लें।

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3. हाथों की सफाई का ध्यान रखें
कोरोना वायरस ने हम सबको हाथों की सफाई का मंत्र तो सिखा ही दिया है। अब जरूरत है इस आदत को आगे भी जारी रखने की। लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी आप जहां-जहां जाएं, अपने साथ हर समय हैंड सैनिटाइजर और साफ टिश्यू जरूर रखें। समय-समय पर अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोते रहें।

दरवाजे के हैंडल, रेलिंग, लिफ्ट के बटन जैसी सबसे ज्यादा छुई जाने वाली जगहों को छूने से बचें। अगर इन सतहों को छू लिया है तो तुरंत साबुन-पानी से हाथ धो लें। यदि आप सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि दस्ताने पहनकर सफर करें, यह आपको सुरक्षा प्रदान करेंगे। घर या दफ्तर पहुंचते ही अपने हाथों को अच्छे से धो लें। दफ्तर पहुंचने के बाद काम शुरू करने से पहले नियमित तौर पर अपने कार्यक्षेत्र को सैनिटाइज करना ना भूलें। इसमें आपके कंप्यूटर का कीबोर्ड, माउस, डेस्क, मशीन और अन्य उपकरण भी आते हैं। घर पहुंचने पर आराम करने से पहले नहाकर अपने कपड़े जरूर बदल लें।

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